भोपाल। खेतों में बिजली कनेक्शन के लिए किसान पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी से ट्रांसफार्मर किराए पर ले सकेंगे। आने वाले रबी सीजन में सिंचाई के उद्देश्य से लिए जाने वाले बिजली कनेक्शनों के लिए वितरण कंपनी ने यह व्यवस्था की है। पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के संचालक मंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश के ऊर्जा सचिव आकाश त्रिपाठी ने की। खरीफ के सीजन में तो फसलों के लिए पानी की आपूर्ति बारिश से हो जाती है, लेकिन रबी फसलों के लिए किसानों को भूमिगत जल या नहरों पर निर्भर रहना होता है। कुएं, बोरवेल या नहर, तालाब से खेतों तक पानी लाने के लिए किसान अस्थाई बिजली कनेक्शन लेते हैं। वितरण कंपनी के मुताबिक इंदौर-उज्जैन क्षेत्र में कंपनी हर वर्ष 80 हजार से ज्यादा अस्थाई कृषि बिजली कनेक्शन देती है। ऐसे कनेक्शनों के कारण मौजूदा लाइनों पर भार बढ़ जाता है। इससे लाइन फाल्ट की आशंका बढ़ जाती है। इससे बचाव के लिए अलग से ट्रांसफार्मर की जरूरत पड़ती है।
ऊर्जा सचिव ने बैठक में निर्देश दिए कि बिजली कंपनी अपने गोदाम में ट्रांसफार्मर तैयार रखें। लोड के हिसाब से तीन महीनों के लिए ट्रांसफार्मर किराए पर दे दिए जाएं। किसान की जरूरत पूरी होते ही वह कनेक्शन कटवाकर ट्रांसफार्मर वापस कंपनी में जमा करवा दें।
बिजली कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर के मुताबिक 25 किलोवाट से 100 किलोवाट तक अलग-अलग क्षमता वाले ट्रांसफार्मर अस्थाई कनेक्शनों के लिए किराए पर दिए जाएंगे। इसके बदले किसानों से नाम मात्र का किराया हर माह लिया जाएगा। उज्जैन और इंदौर संभाग के सभी 15 जिलों में यह सुविधा दी जाएगी।
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