- शीध्र पहुँचेगी इंदौर सहित अन्य शहरों में यह बसें
- अमृत योजनांतर्गत ई बसों के लिए देवास को मिली 15 करोड़ की स्वीकृति
उज्जैन। संभाग के देवास शहर में उद्योगों की संख्या अधिक होने के कारण वायु प्रदूषण बढऩे की संभावना बनी रहती है। शहरवासियों की सुविधा और सेहत को ध्यान में रखते हुए ई-वाहनों के संचालन पर जोर दिया जा रहा है। इसी के तहत अब देवास, इंदौर, उज्जैन और भोपाल रूट पर इलेक्ट्रिक एसी बसों का संचालन होगा ताकि प्रदूषण कुछ काम हो सके।
आने वाले दिनों में इंदौर-भोपाल और उज्जैन के लिए देवास से सफर आरामदायक और प्रदूषण मुक्त होने वाला है, क्योंकि नगर निगम जल्द ही इन रूटों पर वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसों का संचालन प्रारंभ करने वाला है। करोड़ों की लागत वाली इन बसों के लिए टेंडर प्रक्रिया भी जल्द ही होने वाली है। ई-बसों के प्रारंभ होने से प्रदूषण से भी निजात मिलेगी, साथ ही इन रूटों पर यात्रा करने वाले यात्रियों को भी सुविधा होगी। नगर निगम शासन की योजना अंतर्गत 10 ई-बसें चलाएगी। ई-बसों के चलने से ईंधन की बचत होगी और पर्यावरण प्रदूषित भी नहीं होगा। औद्योगिक नगरी होने के कारण देवास में प्रदूषण बढऩे की संभावनाएँ बनी रहती है। इसे ध्यान में रखते हुए महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल ने कुछ माह पूर्व बैठक में शहर के बाहरी मार्गों पर ई-बसों के संचालन को बढ़ावा देने के लिए कहा था। महापौर के निर्देशन में नगरीय प्रशासन एवं विकास संचालनालय को 27 ई-बसों के लिए राशि प्रदाय के लिए प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया था। शासन द्वारा देवास शहर के लिए 10 ई-बसों की स्वीकृति अमृत योजनांतर्गत प्रदाय की गई है। योजना में ई-बसें खरीदने के लिए लागत 15 करोड़ रुपये होगी। इसमें शासन की योजनानुसार अधिकतम 40 प्रतिशत राशि (6 करोड़ रुपये) सब्सिडी के रूप में शासन द्वारा प्रदाय की जाएगी। इसमें 10 प्रतिशत निकायांश राशि लगभग 60 लाख रुपये निगम द्वारा वहन की जाएगी। इसके लिए महापौर अग्रवाल ने स्वीकृति प्रदान की है। प्राप्त ई-बसों में से 6 ई-बसों का संचालन देवास-इंदौर मार्ग पर, 2 का देवास-उज्जैन मार्ग पर एवं 2 बसों का संचालन देवास से भोपाल मार्ग पर किया जाएगा।