- डीएनए की ग्वालियर प्रयोगशाला शुरू
- रीवा-जबलपुर में भी खुलेगी लैब
जबलपुर। मध्य प्रदेश में मानव देह परीक्षण की अहम जांच से जुड़ी डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल यानी डीएनए की जांच रिपोर्ट में लेटलतीफी का सिलसिला थमने वाला है। ग्वालियर में डीएनए लैब की शुरुआत के बाद प्रदेश सरकार ने जबलपुर और रीवा में भी लैब की स्थापना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
गृह मंत्री ने की घोषणा ग्वालियर में शनिवार को डीएनए लैब का शुभारंभ प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने किया। उन्होंने कहा कि ग्वालियर में डीएनए लैब की स्थापना से ग्वालियर सहित अंचल के जिलों से जुड़े डीएनए जांच कार्य में गति आएगी। इस दौरान गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ग्वालियर में लैब की शुरुआत के बाद अब रीवा, जबलपुर में भी डीएनए लैब खोली जाएगी।
इन सभी लैबों के लिए प्रदेश सरकार ने वैज्ञानिक अधिकारियों, तकनीशीयनों व अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति की मंशा जताई है। गौरतलब है कि प्रदेश में 9500 सैंपल जांच के इंतजार में हैं। उन्होंने कहा कि डीएनए लैब में अब हर महीने सौ यानि प्रतिवर्ष करीब 12 सौ सैंपलों की जांच हो सकेगी। जांच कार्य में गति आने से अपराध से जुड़े लंबित प्रकरणों की जांच में भी गति आएगी।
अब चार लैब
मध्य प्रदेश में इसके पहले तक सागर, भोपाल और इंदौर में ही लैब की सुविधा उपलब्ध थी। खुशी की खबर यह है कि अब ग्वालियर में भी डीएनए की चौथी लैब में जांच कार्य शुरू कर दिया गया है। जल्द ही रीवा और जबलपुर में भी लैब खुलेगी।