– पेंटिंग, वुडन कार्य, फ्लोरिंग और आंतरिक कार्यों का 7 करोड़ का बीमा
– बाहरी हिस्सों की मरम्मत के बाद 20 करोड़ के बीमे के लिए ऑफर बुलाए
इन्दौर। पिछले कई महीनों से गांधी हॉल को संवारने का काम तेजी से चल रहा था और यह अब अंतिम दौर में पहुंच चुका है। इसकी आंतरिक सजावट पर निगम ने 7 करोड़ की राशि खर्च की है, जबकि बाहरी हिस्सों को संवारने में 20 करोड़ खर्च किए गए हैं। चूंकि गांधी हॉल में लकड़ी का काम ज्यादा है, इसलिए निगम इतनी ही राशि का बीमा कराने जा रहा है। इसके लिए विभिन्न बीमा कंपनियों से ऑफर बुलवाए गए हैं।
कभी गांधी हॉल की दशा इतनी बदतर हो गई थी कि वहां नगर निगम की बैठकें भी बंद कर दी गई थीं और बड़ी होटलों में बैठक आयोजित कर शहरहित की चर्चा होती थी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत निगम ने गांधी हॉल को संवारने का काम दो अलग-अलग फर्म को दिया था। एक फर्म ने बिहार, रांची, झांसी और कई अन्य शहरों से कुशल कारीगरों को बुलाकर गांधी हॉल को संवारने का काम शुरू कराया था। कई दिनों तक काम चलता रहा, लेकिन लॉकडाउन के कारण काम बंद होने के चलते समयावधि में पूरा नहीं हो पाया। अब आंतरिक सजावट के साथ-साथ बाहरी हिस्सों को सजाने का काम चल रहा है। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक गांधी हॉल को संवारने के लिए निगम ने करोड़ों की राशि खर्च की है। इसके तहत भवन के अंदर फ्लोरिंग स्ट्रक्चर, पेंटिंग, वुडन स्टेन और इलेक्ट्रिकल कार्य बड़े पैमाने पर कराया है। अब गांधी हॉल की खूबसूरती देखते ही बनती है। इसके अलावा बाहरी हिस्सों को भी पुरानी पद्धति के मान से संवारा गया, ताकि उसका मूल स्वरूप नष्ट न हो। अधिकारियों के मुताबिक अब गांधी हॉल का बीमा कराने के लिए निगम ने टेंडर जारी किए हैं। आंतरिक हिस्सों में किए गए कार्यों का 7 करोड़ का बीमा और बाहरी हिस्सों में कराए गए कामों का 20 करोड़ का बीमा कराने की तैयारी है। तमाम बीमा कंपनियों से निगम ने इसके लिए 7 दिनों में ऑफर बुलाए हैं और जिनका आफर बेहतर होगा, उन्हें बीमा करने का काम सौंपा जाएगा।
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