भोपाल। मेट्रो ट्रेन के कोच अत्याधुनिक सुविधा से लैस होंगे। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए आग से निपटने के लिए फायर अलार्म के साथ फायर सिस्टम भी होगा। ताकि जरूरत पडऩे पर यात्री आग बुझा सकें। हर कोच में चार फायर व स्मोक अलार्म होंगे। आपात स्थिति के लिए पुश बटन होगा। ताकि यात्री को तुरंत मदद मिले। मेट्रो कोच में हर यात्री पर प्रबंधन की निगाह होगी। सीसीटीवी कैमरे में यात्रियों की आवाजाही रिकॉर्ड होगी। एसी के सेंसर यात्रियों की संख्या और दबाव की स्थिति के अनुसार कूलिंग कम-ज्यादा करेंगे।
मनीषसिंह, एमडी, मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट का कहना है कि मेट्रो ट्रेन का काम तेजी से किया जा रहा है। अब यह नजर आने लगा है। तय समय में हम इसे जनता को समर्पित करेंगे।
सितंबर में ट्रायल रन, कोच लगभग तैयार
मेट्रो ट्रेन का सितंबर से ट्रायल रन शुरू होगा। कोच लगभग तैयार हैं। एक कोच का मॉडल जल्द ही स्मार्ट पार्क में स्थापित होगा। यह चेन्नई में तैयार हो रहा है। मेट्रो को चलाने के लिए दो मॉडल तैयार हो रहे हैं। एक ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन दो व दूसरा ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन चार रहेगा। दूसरे ग्रेड की ट्रेन को ड्राइवर चलाएगा, जबकि चौथे ग्रेड की ट्रेन पूरी तरह ऑटोमेटिक होगी। शुरुआत में जीओए दो ट्रेन को संचालित किया जाएगा।
डिपो में लोडिंग-अनलोडिंग का काम हुआ पूरा
मेट्रो ट्रेन के सुभाष नगर डिपो का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। यहां लोडिंग-अनलोडिंग का काम पूरा हो गया है। इंसपेक्शन का काम 55 फीसदी हुआ है। आठ मेट्रो स्टेशन के ओपन फाउंडेशन का 94 प्रतिशत काम हो गया है। इनमें गर्डर कॉस्टिंग का 63 फीसदी काम हो गया है।
हर कोच में पैसेंजर कम्यूनिकेशन यूनिट
मेट्रो के हर कोच में पैसेंजर कम्यूनिकेशन यूनिट होगी। इसके माध्यम से पैसेंजर सीधे ड्राइवर से बात कर सकेगा। इससे किसी भी आपात स्थिति में यात्री व ड्राइवर का जुड़ाव बना रहेगा। ग्रेड चार वाली ट्रेन में ऑपरेशन कंट्रोल रूम से बात की जा सकेगी।
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