भोपाल। भारतीय जनता पार्टी निकाय चुनाव से बूथ स्तर पर अब संगठन को और मजबूत करने में जुटी है। हर बूथ पर अब अलग-अलग पन्ना समितियां बनाई जाएंगी। एक समिति में वोट होंगे। बूथ प्रभारियों की कोशिश होगी कि एक पन्ना समिति में से 18 वोट पार्टी को मिले। इसी फार्मूले के आधार पर भाजपा अगले चुनाव में उतरेगी। भाजप प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा इन दिनों प्रदेश प्रवास पर निगले हैं। इसकी शुरूआत उन्होंने पिछले हफ्ते अपने संसदीय क्षेत्र कटनी से
की थी। वीडी शर्मा बुंदेलखंड, विंध्य क्षेत्र का प्रवास कर चुके हैं। अब वे महाकौशल क्षेत्र के प्रवास हैं। इसके बाद ग्वालियर-चंबल भी जाएंगे। खास बात यह है कि वीडी शर्मा सीधे तौर पर मंडल अध्यक्षों से मिल रहे हैं। मोर्चा पदाधिकारियों से भी अलग-अलग मुलाकात कर रहे हैं। निकाय चुनाव को मद्देनजर श्ुारू किए जा रहे प्रदेश प्रवास में वीडी शर्मा ने संगठन को बूथ स्तर पर और मजबूत करने का जिम्मा उठाया है। अभी तक भाजपा बूथ स्तर पर 10 कार्यकर्ताओं को तैनात कर चुकी थी। अब हर बूथ पर 30 -30 मतदाताओं की एक-एक पन्ना समितियां होंगे। समितियां गठित करने का काम बूथ प्रभारियों को सौंप गया है। खास बात यह है कि वीडी शर्मा अपने प्रवास के दौरान बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से भी मिल रहे हैं।
विधानसभा एवं लोकसभा में काम आएंगे ‘पन्ना’
भाजपा ने पूर्व में भी पेज प्रभारी बनाने का काम शुरू किया था, जो बूथ प्रभारी तक सीमित रह गया था। लेकिन वीडी शर्मा ने इसे पन्ना समितियों का नाम देकर आगे बढ़ाया है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि निकाय चुनास से पहले सभी नगरीय निकायों में पन्ना समितियां गठित करने का काम पूरा कर लिया जाएगा। इन्हीं समितियों के बलबूते पर भाजपा अगला विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में उतरेगी।
यह है वोट का सूत्र
एक पन्ना में 30 वोटर होते हैं। औसतन एक परिवार में 5 वोट को भी मान लिया जाए तो एक पेज में 6 परिवार शामिल होंगे। प्रत्येक परिवार में से एक-एक सदस्य को इस समिति में जोड़ें। एक व्यक्ति ने स्वयं के अलावा दो-दो वोट भी भाजपा के समर्थन में डलवाईं तो 18 वोट पक्की होंगी। हर बूथ पर जीत भी तय होगी। इसी से नगरीय निकाय, पंचायत चुनाव और 2023 के चुनाव की तैयारी पूरी हो जाएगी। बूथ की व्यवस्था मजबूत होगी तो भाजपा कभी नहीं हार सकती।
पन्ना समितियां बनाने वाला मप्र पहला राज्य
भाजपा में मप्र का संगठन सबसे मजबूत संगठन माना जाता है। हर चुनाव की तरह मप्र भाजपा के नेताओं को दूसरे राज्यों में भी संगठन क्षमता बढ़ाने का दायित्व सौंपा जाता है। पन्ना समितियां बनाने का काम भी सबसे पहले मप्र में सफल रहा है। यदि निकाय चुनाव में भाजपा पन्ना समितियों के बलबूतें पर बेहतर परिणाम लाती है तो फिर अन्य राज्यों में पन्ना समितियां गठित करने पर काम होगा। संघ पृष्टभूमि के भाजपा पदाधिकारी के अनुसार पिछले विधानसभा चुनाव में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पन्ना समितियों का मॉडल गुजरात में लागू किया था। जिन क्षेत्रों में पन्ना समितियां मजबूत रहीं, वहां भाजपा को अच्दे परिणाम मिले। अब मप्र में इस मॉडल को प्रभावी तौर पर लागू किया जा रहा है।
बूथ एवं पन्ना समितियां अब सिर्फ पार्टी का ही काम नहीं करेंगी। सरकारों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकारों द्वारा लागू की गई गरीब कल्याण की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का काम भी करेंगी। पार्र्टी की कोशिश होगी कि योजना का लाभ हितग्राही का मिले।
वीडी शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष मप्र भाजपा
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