कई प्रमुख संस्थान भी इसके लिए आगे आए, निगम विभिन्न शर्तों के साथ देगा अनुमति
इन्दौर। प्रवासी सम्मेलन के लिए नगर निगम ने शहर के कई इलाकों में ग्रीन बेल्ट के हिस्सों को चकाचक कर सुंदर बनाया है और इनकी स्थिति वैसी ही बनी रहे, इसके लिए ग्रीन बेल्ट से लेकर चौराहों और सजे-संवरे इलाकों को सम्मेलन समाप्त होने के बाद रहवासी संघों, संस्थाओं को निगम शर्तों के साथ मेन्टेनेंस के लिए देगा। इसके लिए शुरुआती दौर में सात से आठ संस्थाएं और कुछ अन्य प्रमुख संस्थान आगे आए हैं।
करोड़ों रुपये खर्च कर निगम (municipal) ने बापट चौराहा से लेकर बीसीसी तक और लवकुश चौराहा बीआरटीएस, पीपल्याहाना चौराहा के आसपास के हिस्सों से लेकर कई अन्य इलाकों में सौंदर्यीकरण के कार्य बड़े पैमाने पर किए थे और विद्युत साज-सज्जा के बाद शहर के कई हिस्सों और चौराहों की सजावट देखते ही बनती है। अब सम्मेलन के बाद निगम की योजना है कि सजे संवरे ग्रीन बेल्ट और चौराहों को मेन्टेनेंस के लिए विभिन्न संस्थाओं और रहवासी संघों के साथ-साथ प्रमुख संस्थानों को दिया जाएगा, ताकि वहां की स्थिति कायम रहे। महापौर पुष्यमित्र भार्गव, निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने इसके लिए जनकार्य समिति प्रभारी राजेंद्र राठौर से संस्थाओं से बातचीत करने को कहा था। राठौर के मुताबिक बीसीसी खुद बापट से लेकर विजयनगर तक के हिस्से में ग्रीन बेल्ट के मेन्टेनेंस की जिम्मेदारी लेने को तैयार है। दूसरी ओर कुछ अन्य चौराहे और ग्रीन बेल्ट के मेन्टेनेंस का काम रहवासी संघों ने अपने हाथ में लेने की बात कही है। इसके लिए नगर निगम तमाम शर्तों का प्रावधान रखेगा और यह शर्तें सम्मेलन निपटने के बाद तय की जाएगी। इन्हीं शर्तों के मापदंड पर ग्रीन बेल्ट और सजे-संवरे हिस्सों का मेन्टनेंस संस्थाओं, रहवासी संघों और प्रमुख संस्थानों को सौंपा जाएगा। निगम की योजना है कि आने वाले दिनो में संबंधित संस्थाओं और प्रमुख संस्थानों के पदाधिकारियों की बैठक भी बुलवाई जाए, जिसमें सारी मुद्दोंं पर खुलकर चर्चा कर उन्हें निगम के रुख से अवगत कराया जा सके।
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