इन्दौर। बैटरीचलित गाडिय़ों (Battery Operated Vehicles) की चार्जिंग (Charging) अब इंदौर(Indore) में भी हो सकेगी। इसके लिए सेंट्रल जेल (Centgral jail) परिसर में बने पेट्रोल पम्प (Petrol Pump) पर व्यवस्था शुरू हो गई है। यह इंदौर (Indore) जिले में एकमात्र ऐसा पम्प है, जहां ये व्यवस्था फिलहाल शुरू की गई है, जो 24 घंटे चालू रहेगी। जेल विभाग ( Jail Department) ने अपने स्तर पर किए गए प्रयास के बाद इसे शुरू करवाया है। संबंधित वाहन चालक (Vehicle Driver) अब यहां आकर बैटरी चार्ज (battery charge) करा सकेंगे। एटीएम कार्ड (ATM Card) जैसी व्यवस्था रहेगी। मशीन के सामने कार्ड दिखाने पर ऑटोमेटिक चार्जिंग (automatic charging) हो जाएगी। एक से डेढ़ घंटे में होने वाली चार्जिंग के बाद गाड़ी 200 किमी तक चल सकेगी। टाटा कंपनी ने भारत पेट्रोलियम कंपनी के साथ मिलकर ये इवी चार्जिंग मशीन लगाई है। 16 जुलाई से इसने काम भी शुरू कर दिया है। जिन बैटरीचलित गाडिय़ों की नम्बर प्लेट ग्रीन होगी, उनमें लगी बैटरी यहां चार्ज की जा सकेगी। ये व्यवस्था फास्टैग की तरह है। पेमेन्ट ऑटोमेटिक बैंक खाते से कट जाएगा। बताया जा रहा है कि बैटरी चार्ज कराने वाले व्यक्ति को प्रति मिनट 7 से 8 रुपए चार्ज देना होगा। पम्प पर तैनात प्रभारी अंकितसिंह सिसौदिया ने बताया कि हालांकि शहर में बैटरीचलित महंगी गाडिय़ां बहुत कम हैं, फिर भी इस व्यवस्था के चलते अब कहीं से भी आने वाला व्यक्ति यहां अपनी गाड़ी चार्ज करा सकेगा। बिना गियर वाली इन गाडिय़ों की संख्या अब दिनोदिन बढ़ती जा रही है। यहां व्यवस्था शुरू होने से वाहन चालकों को इसका सीधा लाभ मिल सकेगा।
सोलर पैनल से होगी बिजली की बचत
सेंट्रल जेल परिसर में बने पेट्रोल पम्प पर लाखों की लागत से सोलर पैनल लगाए गए हैं। इससे पम्प की मशीनें, लाइट आदि जलाई जा रही है। जेलर लक्ष्मणसिंह भदौरिया ने बताया कि इस व्यवस्था से बिजली की बचत होगी। जेल में भी इस तरह की व्यवस्था की गई है। वहां लगाए गए सोलर पैनलों के जरिए बिजली जलाई जा रही है। वहीं पम्प पर भी बिजली सोलर सिस्टम से चल रही है।
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