इंदौर। अब चाइनीज फूड सॉस और चीज म्यूनीज के नाम पर केमिकल परोस रहे स्ट्रीट फूड वालों की खैर नहीं। शहर में पहली बार इंदौरियों को अमानक पदार्थ खिला रहे ऐसे गुमटीछाप दुकानदारों पर जिला प्रशासन ने नकेल कसना शुरू किया है। एडीएम बैनल के निर्देश पर शहर में संचालित विभिन्न चाट-चौपाटियों की जांच के दौरान जहां 8 से अधिक सैंपल लिए गए, वहीं होस्टलों से मिल रही शिकायतों के बाद यहां भी जांच अभियान चलाया जा रहा है।
मेघदूत चौपाटी, विजय नगर, रणजीत हनुमान क्षेत्र में संचालित हो रही चौपाटियों पर अमानक स्तर के खाद्य पदार्थ की बिक्री की शिकायतें अब आवेदक कलेक्टर कार्यालय लेकर पहुंचने लगे हैं। सॉस, चीज और म्यूनीज के नाम पर आम जनता को केमिकल परोसे जा रहे हैं, जिसे देखते हुए चाईनीज फूड स्टॉल पर प्रशासन ने सघन जांच अभियान छेड़ा है। खाद्य सुरक्षा की टीम ने म्यूनीज, चीज, गार्लिक सॉस, पिज्जा, टापिंग ची•ा और चिली, टोमैटो कैचअप, सेजवान सॉस, पास्ता के 8 नमूने लिए गए हैं।
नरसीमुंजी के बाद सेज पर छापा
नरसीमुंजी यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा की गई शिकायत के बाद यहां फूड प्रोडक्ट की सैंपलिंग की गई थी। साथ ही अब सेज यूनिवर्सिटी में संचालित मैस एवं कैंटीन पर अमानक स्तर के खाद्य पदार्थ परोसे जाने की शिकायत प्रशासन को मिली, जिसके आघार पर जांच टीम ने कैंटीन से मसालों के साथ-साथ विनेगर, हाका नूडल्स के कुल चार व तुअर दाल एवं सौंफ के दो नमूने लिए हैं। जांच के दौरान परिसर में जहां-तहां गंदगी परसी हुई थी, जिसे देखते हुए प्रशासन ने सफाई के निर्देश दिए। ज्ञात हो कि शहर में संचालित हो रहे होस्टलों पर भी प्रशासन पैनी नजर बनाए हुए है। अब विद्यार्थी खुद अपनी शिकायतें लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंंच रहे हैं। उनकी शिकायतों के आधार पर अमानक स्तर के खाद्य पदार्थों पर कार्रवाई की जा रही है।
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