प्रयागराज (Prayagraj)। उत्तरप्रदेश का डॉन माफिया अतीक अहमद (Don Mafia Ateeq Ahmed) के वकील रहे खान सौलत हनीफ (Khan Saulat Haneef was a lawyer) के बयान से उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) में माफिया के चौथे बेटे की एंट्री भी होते दिख रही है।
बता दें कि माफिया अतीक अहमद के गुनाहों की काली छाया उसके नाबालिग बेटे पर भी पड़ गई है। उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस को अतीक अहमद के चौथे बेटे के खिलाफ भी संलिप्तता के ठोस साक्ष्य मिले हैं। उसी ने आईफोन की आईडी बनाने में मदद की थी। अपनी मां शाइस्ता परवीन के साथ साजिश में शामिल रहा।
सौलत ने बयान दिया है कि अतीक, अशरफ असद और वह बातचीत के लिए जिस फेसटाइम आईडी का इस्तेमाल करते थे उनमें से एक अतीक के नाबालिग बेटे अहजम की थी। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि इस आईडी से वह ही बात करता था लेकिन इस संबंध में जांच पड़ताल की जा रही है।
अतीक अहमद के अधिवक्ता खान सौलत हनीफ के आईफोन के फेसटाइम में इस नाबालिग बेटे की ठाकुर के नाम से आईडी मिली है। इससे साफ हो गया कि वह भी अलग आईफोन से इन शूटरों के संपर्क में था। अभी तक धूमनगंज पुलिस ठोस साक्ष्य न होने के कारण उसे आरोपित नहीं किया था। लेकिन अब पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद पुलिस उमेश पाल हत्याकांड में नाबालिग को भी आरोपी बनाने जा रही है।
अतीक और अशरफ के खिलाफ दर्ज मुकदमे होंगे बंद
माफिया अतीक अहमद और अशरफ पर विभिन्न अदालतों में चल रहे मुकदमे अब बंद किए जाएंगे। मुकदमों के विवेचकों की ओर से कोर्ट में दोनों की मृत्यु रिपोर्ट दाखिल किए जाने के बाद अदालत इस पर मुहर लगाएगी। शुक्रवार को लखनऊ की सीबीआई कोर्ट ने अतीक के खिलाफ देवरिया जेल में प्रॉपर्टी डीलर मोहित जायसवाल को पीटने के मामले को बंद करके इसकी शुरुआत कर दी है।
माफिया अतीक अहमद पर कुल 104 मुकदमे दर्ज हैं। उसके छोटे भाई अशरफ भी 54 मुकदमों में आरोपी था। इनमें से कुछ मामलों में अंतिम रिपोर्ट लग चुकी है, लेकिन कई मामलों में अब भी विवेचना जारी है। बताते हैं कि 50 से अधिक मामले कोर्ट में भी विचाराधीन हैं। 15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में अतीक-अशरफ की हत्या कर दिए जाने के बाद अब इन मुकदमों के चलाए जाने का कोई औचित्य नहीं रह गया है।
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