– इंदौर में एलईडी के माध्यम से करेंगे दर्शन
– हर घर में रंगोली और दीपोत्सव मनेगा
– पार्किंग से सीधे महाकाल लोक पहुंचेंगे
– 108 स्तंभ और 54 फीट ऊंचा शिव स्तंभ
– फूड कोर्ट के साथ 128 दुकान प्लाजा में
– पहला प्रोजेक्ट, जिसमें फ्रांस की मदद
इन्दौर। उज्जैन (Ujjain) में सामान्य दिनों में एक दिन में करीब 30 हजार श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। वार-त्योहार और श्रावण मास में इनकी संख्या बढ़ जाती है, जिसके कारण विशेष इंतजाम करना पड़ते हैं। अब महाकाल लोक के तैयार हो जाने के बाद एकसाथ 20 हजार श्रद्धालु तो नए प्लाजा में ही आ सकेंगे। इससे भीड़ पर नियंत्रण भी हो जाएगा।
आज शाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के महाकाल लोक (Mahakal Lok) के लोकार्पण के साथ ही इसे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए पूरे प्रदेश में उत्सव मनाया जाएगा। इसकी जवाबदारी भाजपा के नेताओं को दी गई है। भाजपाइयों ने अपने-अपने क्षेत्र में एलईडी लगाकर लोगों को इसका लाइव प्रसारण दिखाने की व्यवस्था की है। सभी पार्षद और भाजपा के पदाधिकारी इस दौरान मौजूद रहेेंगे। शहर के प्रमुख मंदिरों पर इस प्रकार के आयोजन करने के लिए कहा गया है, वहीं घरों के सामने रंगोली बनाकर दीपोत्सव मनाने के लिए भी कहा गया है। जिस तरह से महाकाल लोक का ताना-बाना बुना गया है, वह अद्भूत है और काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर से भी भव्य बना हुआ है। करीब 900 मीटर में बने इस महाकाल लोक से ही दर्शनार्थी सीधे महाकाल मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे।
अभी महाकाल मंदिर के बांयीं ओर से प्रवेश दिया जाता था, लेकिन भीड़ को कंट्रोल करने के लिए अब दांयीं ओर से भी प्रवेश दिया जाएगा। अभी तक एक दिन में औसतन 30 हजार श्रद्धालु उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर में दर्शन करने पहुुंचते हैं, लेकिन अब ऐसी व्यवस्था की गई है कि 30 हजार श्रद्धालु एकसाथ प्लाजा में रहेंगे। यहां फूड कोर्ट के साथ-साथ 128 दुकानें प्लाजा में बनाई गई हैं, ताकि श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके। यह पहला प्रोजेक्ट है, जिसे फ्रांस की फ्रेंच विकास एजेंसी और यूरोपियन यूनियन से फंडिंग प्रदान की गई है। उज्जैन प्रदेश का एकमात्र और देश के 12 शहरों में से एक है, जिसे यह फंडिंग मिली है।
शिव का दरबार रहेगा जगमग रोशन, उज्जैन में बिजली की डबल सप्लाई
महाकाल लोक के शुभारंभ के मौके पर इंदौर से उज्जैन तक पूरा मार्ग जगमग रोशन तो रहेगा ही उज्जैन में भी सतरंगी रोशनी से मंदिर एवं तीर्थ क्षेत्र को जगमग करेगी। इसके लिए बिजली व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाते हुए तकरीबन एक हजार बिजलीकर्मी तैनात किए गए हैं, वहीं इंदौर से उज्जैन मार्ग के लिए सांवेर, जेतपुरा, निरंजनपुर ग्रिड पर 200 कर्मचारियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही उज्जैन जिले की सीमा से उज्जैन महाकाल लोक तक मार्ग में सैकड़ों नए खंभे लगाए गए हैं। यहां पर एलईडी और फोकस लाइट से दिन जैसी रोशनी रहेगी। पूरे क्षेत्र को जहां रोशनी से जगमग किया गया है, वहीं लाइट एंड साउंड के अनोखे आयोजन के लिए 4000 किलोवाट से ज्यादा बिजली की व्यवस्था की गई है। वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर बिजली कंपनी ने 125, 250 और 63 किलोवाट पावर के 25 जनरेटर तैनात किए हैं तो इवेंट कंपनी ने 75 जनरेटर लगाए हैं। बिजली कंपनी ने तकरीबन 15 किमी उज्जैन के क्षेत्र में डबल सप्लाई व्यवस्था भी की है।
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