नई दिल्ली। कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य सुदीप राय बर्मन (Sudip Rai Burman) को त्रिपुरा विधानसभा (Tripura Assembly) द्वारा डेवलपमेंट से जुड़े कामों का हवाला देते हुए एख महीने के भीतर आवंटित हॉस्टल खाली करने का नोटिस (Notice) दे दिया गया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आशीष कुमार साहा ने कहा कि यह पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है और विधायक को नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि हमारे विधायक सुदीप रॉय बर्मन को हॉस्टल खाली करने का नोटिस इसलिए दिया गया क्योंकि उन्होंने हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा सत्र के दौरान आदिवासी कल्याण मंत्री देबबर्मा पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाया था। साहा ने कहा कि केवल सच बोलने से उन्हें रोकने के लिए उनको यह नोटिस दिया जा रहा है।
त्रिपुरा विधानसभा कि तरफ से 20 सितंबर को सुदीप रॉय बर्मन को नोटिस देते हुए कहा गया था कि उन्हें अगले महीने तक अगरतला के बुद्धमंदिर में उनको आवंटित किया गया क्वार्टर खाली करना होगा, क्योंकि वहां पर डेवलपमेंट का काम होना है।
सुदीप रॉय बर्मन को मिले नोटिस के अनुसार, उन्हें यह हॉस्टल तत्काल खाली करना होगा और उसे खाली करने के बाद उसकी चाबियां विधायक छात्रावास के अधीक्षक को सौंपनी होंगी। इसके अलावा उन्हें अगर नए छात्रावास में जगह चाहिए तो उन्हें उसके लिए भी जल्द से जल्द एक एप्लीकेशन लिखकर देनी होगी।
सुदीप राय बर्मन भाजपा की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। बाद में उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया था। कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद उन्होंने 2023 के चुनाव में अपनी अगरतला सीट को फिर से जीत लिया था।
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