इंदौर। नगर निगम में फर्जी तरीके से नक्शे पास कराने के मामले में 50 से ज्यादा कंसल्टेन्ट को निगम ने नोटिस थमाकर 24 घंटे में जवाब मांगा है। कई कंसल्टेन्ट के यहां से गलत आईडी के आधार पर नक्शे स्वीकृति के लिए भेजे गए थे। इस मामले में सबसे बड़ी लापरवाही उपयंत्रियों की आ रही है कि उन्होंने बिना वेरिफिकेशन कंसोल के फाइल आगे बढ़ा दी, जबकि इस मामले की हमेशा पड़ताल होती रही है।
नगर निगम में पिछले 15 दिनों से साफ्टवेयर में दिक्कत के चलते लोगों के नक्शे उलझे पड़े थे और जब नक्शे पास नहीं हो रहे थे तो लोगों ने मामला अफसरों को बताया। शुरुआत में साफ्टवेयर में तकनीकी दिक्कत का मामला माना गया। इस बीच दो सप्ताह ंमें कुछ लोगों के नक्शे पास होने की बात आई तो अफसरों को हैरानी हुई कि जब साफ्टवेयर खराब है तो फिर नक्शे कैसे पास हो रहे हैं। इसी बीच तफ्तीश शुरू की गई तो पता चला कि कुछ कंसल्टेन्ट ने फर्जी आईडी से नक्शे पास करा लिए।
निगम जनकार्य विभाग के अफसरों ने कल 70 से ज्यादा नक्शे निरस्त कर दिए थे और आज 50 से ज्यादा कंसल्टेन्ट को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा गया है। अधिकारियों के मुताबिक अधिकांश नक्शे संबंधित कंसल्टेन्टों द्वारा फर्जी आईडी के माध्यम से लगाए गए थे। इस पूरे मामले में उपयंत्रियों की लापरवाही भी सामने आ रही है। उन्होंने बिना पेपर वेरिफिकेशन कन्सोल के फाइल आगे बढ़ा दी, जबकि इस काम के लिए कई कर्मचारी भी वहांं नियुक्त हैं। अधिकारियों का कहना है कि पहले कंंसल्टेन्टों के जवाब की प्रतिक्षा है और उसके बाद उपयंत्रियो के मामले में आला अधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाई की जा सकती है।
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