इंदौर। सरकारी स्कूलों में कई शिक्षक बिना बताए अवकाश पर रहते हैं और कई ऐसे भी हैं, जो देरी से स्कूल पहुंचते हैं, जिसकी शिकायत जिला मुख्यालय, कलेक्टर और भोपाल तक हो रही है। इसके बाद शिक्षा अधिकारियों ने निरीक्षण शुरू किया और पिछले एक सप्ताह के दौरान 7 स्कूलों के 25 शिक्षकों को समय पर स्कूल में उपस्थित नहीं रहने के लिए कारण बताओ नोटिस थमाए हैं।
आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए शैक्षणिक गतिविधियां समय पर पूरी करने एवं स्कूलों में परीक्षा से पहले तैयारी करने के लिए विभाग लगातार निर्देश दे रहा है। वहीं स्कूलों से बंक मारने वाले शिक्षकों की अब खैर नहीं रहेगी। लगातार औचक निरीक्षण के निर्देश भोपाल से जारी हो गए हैं। जिला स्तर पर तालमेल बिठाकर नौकरी करने वाले शिक्षकों को भी समय पर स्कूल पहुंचना होगा। जिले के अलावा भोपाल से भी निरीक्षण दल स्कूलों में पहुंचेंगे। इंदौर जिले में राजेंद्र नगर हाईस्कूल, खजराना हायर सेकंडरी स्कूल, सोनवाय, भैसलाय और सिवनी आदि 7 स्कूलों में जिला शिक्षा अधिकारी एवं एडीपीसी नरेंद्र जैन ने औचक निरीक्षण किया था। इसमें 25 शिक्षक स्कूलों से गायब मिले, जिन्हें तत्काल नोटिस जारी किया गया और उनसे जवाब चाहा गया है। संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं मिलने पर एक दिन का वेतन काटे जाने के निर्देश भी दिए जा चुके हैं।
बीएलओ ड्यूटी शिक्षक परेशान
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अगली मतदाता सूची तैयार करने के लिए बीएलओ का दायित्व निभा रहे शिक्षकों के सामने परेशानी यह है कि वह कक्षा में विद्यार्थियों की तैयारी कराएं या फिर निर्वाचन संबंधी ड्यूटी करें। ज्यादातर स्कूलों में अंग्रेजी, गणित और विज्ञान के शिक्षकों की कमी है और कई शिक्षकों की बीएलओ ड्यूटी भी लगाई गई है। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित होना तय है।
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