भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के नतीजे मई में आने की संभावना है. इसको लेकर बोर्ड जहां तैयारियां कर रहा है वहीं आंसर-शीट जांचने वाले शिक्षकों की लापरवाही सामने आई है. आंसर-शीट (Answer Sheet) जांचने में लेटलतीफी का मामला सामने आया है. इस बात का खुलासा संभागीय संयुक्त संचालक अरविंद चोरगड़े के औचक निरीक्षण (Surprise Visit) से हुआ है. अरविंद चोरगड़े उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन केंद्र का औचक निरीक्षण करने गए थे जहां उन्हें गड़बड़ियां नजर आईं.
केंद्र पर निरीक्षण के दौरान के 366 शिक्षकों में से महज 28 शिक्षक ही कॉपी जांचते हुए मिले. शेष शिक्षक नदारद थे. अब नदारद शिक्षकों को नोटिस जारी किए गए हैं. बता दें इन दिनों एमपी माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन काम चल रहा है. उत्तर पुस्तिका जांचने के काम की शुरुआत 20 मार्च से हुई है. उत्तर पुस्तिका जांचने की जिम्मेदारी 366 शिक्षकों को दी गई है लेकिन बोर्ड परीक्षाओं की कॉपी जांचने में शिक्षक ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं. संभागीय संयुक्त संचालक अरविंद चोरगड़े ने मूल्यांकन केंद्र औचक निरीक्षण किया. इस निरीक्षण के दौरान संयुक्त संचालक अरविंद चोरगड़े को महज 28 शिक्षक ही कॉपी जांचते हुए मिले, बाकी 338 शिक्षक नदारद थे.
संभागीय संयुक्त संचालक अरविंद चोरगड़े द्वारा अनुपस्थिति 338 शिक्षकों को नोटिस जारी किया है. माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाओं की कॉपी जांचने का काम 20 मार्च से शुरू किया गया था. कॉपी जांचने का लक्ष्य 6 मई निर्धारित किया गया है, लेकिन शिक्षकों की अरुचि के हिसाब से लग रहा है कि कॉपी जांचने का काम इस अवधि तक पूरा नहीं हो पाएगा. ऐसे में बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट घोषित करने में भी देरी हो सकती है. वैसे में उन विद्यार्थियों और उनके परिजनों को निराशा हो सकती है जो नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
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