कोलकाता। पश्चिम बंगाल में ममता सरकार द्वारा लोगों को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराने का प्रचार किए जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी हमलावर हो गई है। पार्टी के केंद्रीय प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सीधे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा है कि ममता सरकार न केवल चावल चोर है बल्कि वैक्सिंग चोर भी निकली। दरअसल बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने एलान किया है कि राज्य में हर किसी को फ्री वैक्सीन देने के इंतजाम किए जा रहे हैं। ममता बनर्जी के एलान के बाद भाजपा ने ममता बनर्जी की सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया है।
पीर्टी का कहना है कि ममता केंद्र सरकार के काम का क्रेडिट लेने की कोशिश कर रही हैं। बता दें कि शनिवार को ही ये एलान हुआ है कि 16 जनवरी से देश में टीकाकरण का काम शुरू हो जाएगा। वैक्सीन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक बुलाई है। इस बैठक में सीएम ममता बनर्जी भी शामिल होंगी। संभव है कि ममता बनर्जी प्रधानमंत्री के साथ बैठक में देशभर में फ्री वैक्सीन लगवाने का मुद्दा उठाएं।
इधर राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की ओर से जगह-जगह बैनर पोस्टर लगाए जा रहे हैं जिसमें दावा किया जा रहा है कि ममता बनर्जी की सरकार राज्य वासियों को फ्री में वैक्सीन दे रही है। इस पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, जितने भी कोरोना सेवा करने वाले कर्मचारी, अधिकारी और फ्रंटलाइनर हैं, उनको केंद्र सरकार निःशुल्क वैक्साीन दे रही है। अभी तीन करोड़ कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन दिए जाएंगे। यह जवाबदारी राज्यों को दी जा रही है कि इन वैक्सीन को उनके इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से लगवाएं। राज्यों के पास इंफ्रास्ट्रक्चर हैं, पर ये कहना कि वैक्सीन इनका ही है, राज्य सरकार वैक्सीन फ्री देगी, सरासर जनता को गुमराह करना है।
उन्होंने कहा कि जैसे मोदी जी ने चावल दी बंगाल में तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने उनकी चोरी कर ली। मोदी जी ने अम्फान में तिरपाल दिए, चोरी कर ली गई। मोदी जी देश की जनता के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा किए हैं और बंगाल में उनका नाम बदलकर ममता जी अपना कहती हैं। तो कहना पड़ेगा कि जैसे चावल चोर, तिरपाल चोर, वैसे ही वैक्सीन चोर के नाम से यह सरकार विख्यात हो जाएगी। मोदी जी जो समान भेजते हैं, उसे अपना बताकर अधिकार जताती हैं। सीएम को इतनी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने पूछा, बताएं कितने पेमेंट किया इस वैक्सीन का? और किस खजाने से किया? (एजेंसी, हि.स.)
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