अब पांच हिस्सों वाली रहेगी निगम की हल्ला गाडिय़ां
इन्दौर। सफाई व्यवस्थाओं में अनेक बदलाव के बाद नगर निगम लगातार नए प्रयोग कर रहा है। कहीं वार्डों को कचरा-फ्री क्षेत्र किया जा रहा है तो कहीं वार्डों में घर-घर पहुंचने वाली हल्ला गाडिय़ों में बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। 450 से ज्यादा हल्ला गाडिय़ों में अब निगम पांच हिस्से कचरों के लिए बनाने जा रहा है। इन हिस्सों में पांच प्रकार का अलग-अलग कचरा लिया जाएगा।
अब तक हल्ला गाडिय़ों में हरा, नीला और पीला हिस्सा ही रहता था, जिनमें अलग-अलग प्रकार का कचरा लिया जाता रहा है, लेकिन अब हल्ला गाडिय़ों में पांच हिस्सों में अलग- अलग प्रकार का कचरा लोगों से लिया जाएगा। पहले दौर में इसकी डिजाइन तैयार कर अफसरों को बताई गई है। हालांकि प्रारंभिक स्वीकृति हो चुकी है, लेकिन चार से पांच गाडिय़ां ही तैयार कराने का काम चल रहा है। अधिकारियों का दावा है कि अभी तक ऐसा प्रयोग किसी भी शहर में कचरा गाडिय़ों के लिए नहीं किया गया होगा। अधिकारियों की देखरेख में वहां डिजाइनिंग का कार्य चल रहा है। निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल और अपर आयुक्त संदीप सोनी ने भी हल्ला गाडिय़ों में किए जा रहे बदलाव को बेहतर बताते हुए वर्कशॉप विभाग को जल्द से जल्द गाडिय़ां तैयार करने को कहा है।
एक से दो माह लगेंगे गाडिय़ां तैयार होने में
वर्कशॉप विभाग में अधिकारियों की निगरानी में कुछ हल्ला गाडिय़ों में बदलाव का काम चल रहा है। इसके लिए पहले डिजाइन का काम करा लिया गया है। अब वर्कशॉप विभाग के कर्मचारियों की टीम हल्ला गाडिय़ों के तीन हिस्से हरा, नीला, पीला को हटाकर पांच हिस्से करने के काम में जुटे हैं। हालांकि इसके लिए गाडिय़ों का कुछ हिस्से तक क्षेत्रफल बढ़ाया भी जा सकता है, क्योंकि पांच हिस्सों में कचरा लेने के दौरान गाडिय़ां जल्दी भर जाएंगी और फिर उन्हें वार्डों में ज्यादा से ज्यादा दौड़ाना पड़ेगा। इसी के चलते कुछ मामलों पर अभी मंथन चल रहा है।
कौन-कौन सा कचरा रहेगा पांच हिस्सों में
नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल 450 से ज्यादा हल्ला गाडिय़ां रोज शहर के अलग-अलग वार्डों में कचरा लेने के लिए अलसुबह रवाना की जाती हैं। बाजारों का कचरा लेने के लिए 200 से ज्यादा हल्ला गाडिय़ां अलग-अलग क्षेत्रों में दौड़ाई जाती हैं। शहर के हास्पिटलों से जैविक अपशिष्ट का कचरा उठाने के लिए अलग गाडिय़ां हैं। इन सबके चलते निगम द्वारा अब नई व्यवस्था के तहत हल्ला गाडिय़ों में पांच हिस्सों में अलग-अलग प्रकार का कचरा लिया जाएगा। इनमें हरे बक्से वाले हिस्से में गीला कचरा, नीले में सूखा, पीले में जैविक अपशिष्ट और काले डिब्बे में खराब मेडिसिन, कास्मेटिक और ग्रे डिब्बे में घरेलू अपशिष्ट लिया जाएगा, वहीं पांचवें हिस्से में ई-कचरा लिया जाएगा। इन सबके लिए हल्ला गाडिय़ों में अलग-अलग स्थान बनाए जा रहे हैं। जल्दी ही गाडिय़ां सड़कों पर नजर आएंगी।
प्रयोग सफल रहा तो निगम की बड़ी परेशानी दूर होगी
अधिकारियों का कहना है कि हल्ला गाडिय़ों में प्रारम्भिक तौर पर पांच हिस्से बनाकर उन्हें वार्डों में भेजा जाएगा और सभी हिस्सों पर बड़ी-बड़ी सूचना कचरे के संबंध में दर्ज रहेगी, ताकि लोग उसमें संबंधित कचरा ही पटक सके। इससे निगम को यह फायदा होगा कि ई-कचरा और घरेलू अपशिष्ट भी हल्ला गाडिय़ों के माध्यम से ट्रांसफर स्टेशन लाकर ट्रेंचिंग ग्राउंड भेजे जा सकेंगे। एक और यह तैयारी भी चल रही है कि ट्रांसफर स्टेशन पर ही घरेलू अपशिष्ट कचरे को लेकर कोई योजना बनाई जाई, ताकि उसे ट्रेंचिंग ग्राउंड ना भेजना पड़े।
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