लखनऊ । उत्तर रेलवे (Northern Railway) ने पटरियों के पास स्क्रैप (कबाड़) की रिकॉर्ड बिक्री से 227.71 करोड़ रुपये का राजस्व का एक नया रिकार्ड बनाया है। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल (Ashutosh Gangal) ने बताया कि उत्तर रेलवे (Northern Railway) इस मामले में अन्य क्षेत्रीय रेलवे से आगे है।
बता दें कि रेलवे लाइन के पास रेल पटरी के टुकड़ों, स्लीपरों, टाईबार जैसे स्क्रैप के कारण सुरक्षा संबंधी जोखिम की संभावना रहती है। इसी प्रकार पानी की टंकियों, केबिनों, क्वार्टरों और अन्य परित्यक्त ढांचों के दुरूपयोग की संभावना भी रहती है। इसी को देखते हुए खराब पड़े कबाड़ को बेचकर रेलवे पैसा कमाता है।
RECORD SALE OF SCRAP BY NORTHERN RAILWAY
Generated revanue worth ₹ 227.71 Crores !
Northern Railway is poised to cleanse the system from scrap on a “Mission Mode” to achieve “Zero Scrap” status. pic.twitter.com/rjj43eL57N
— Northern Railway (@RailwayNorthern) October 1, 2021
उत्तर रेलवे बड़ी संख्या में जमा किए गए स्क्रैप पीएससी स्लीपरों का निपटान कर रहा है, ताकि रेलवे भूमि को अन्य गतिविधियों और राजस्व आय के लिए उपयोग किया जा सके। इनके त्वरित निपटान को सदैव प्राथमिकता दी जाती रही है और इसकी निगरानी उच्च स्तर पर की जाती है।
विदित हो कि रेलवे बोर्ड ने उत्तर रेलवे (Northern Railway) को इस वर्ष 370 करोड़ रुपये के कबाड़ बिक्री का लक्ष्य दिया है!
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