भोपाल। बंगाल की खाड़ी से उठा निवार तूफान तमिलनाडु के टकराने के बाद अब कमजोर पड़कर अवदाब के क्षेत्र में तब्दील हो गया है। इसके शुक्रवार को और कमजोर होकर ऊपरी हवा के चक्रवात में परिवर्तित होने की संभावना है। तूफान के कमजोर पडऩे से हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी और उत्तर-पूर्वी हो गया है। उधर लगातार बर्फबारी से उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है। वहां से आ रही बर्फीली हवाओं ने राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर सिहरन बढ़ा दी है। मौसम विज्ञानियों ने ठंड के तेवर तीखे होने की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि निवार तूफान के सक्रिय होने के साथ ही हवा का रुख बदलकर दक्षिण-पूर्वी हो गया था। साथ ही उत्तर-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया था। इन दो सिस्टम के कारण हवा के साथ नमी आने लगी थी। इससे पूर्व मप्र के अलावा उत्तरी मप्र पर बादल छाने के साथ बरसात की स्थिति बन गई थी।
हवा का रुख नहीं बदलने से बढ़ रहा था रात का तापमान
पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत पहुंचने से तीन दिन से वहां के पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही थी, लेकिन हवा का रुख अनुकूल (उत्तरी) नहीं होने से रात के तापमान में अपेक्षाकृत गिरावट नहीं हो पा रही थी। शुक्ला के मुताबिक तूफान निवार के कमजोर पडऩे के साथ ही राजस्थान पर बना सिस्टम उत्तर-पूर्वी राजस्थान की तरफ खिसक गया है। इससे गुरुवार से हवाओं का पैटर्न बदलकर उत्तरी और उत्तर-पूर्वी हो गया है। इससे अब उत्तर भारत की तरफ से आने वाली सर्द हवाओं का प्रदेश में दखल बढ़ गया है। इससे राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में ठिठुरन बढऩे लगी है। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ते ही राजस्थान पर बना प्रेरित चक्रवात भी समाप्त हो जाएगा। इसके बाद ठंड के तेवर और तीखे होने लगेंगे। तीन दिसंबर तक प्रदेश का मौसम शुष्क रहेगा। इससे दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज होगी।
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