गाजियाबाद। तीन महीने पहले नोएडा पुलिस ने 20 लाख रुपये और क्रेटा कार लेकर एटीएम काटकर कैश चुराने वाले आरोपियों को छोड़ दिया। इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ, जब गाजियाबाद की इंदिरापुरम पुलिस ने गिरोह के चार आरोपियों को पकड़ा। पूछताछ में उन्होंने बताया कि नोएडा पुलिस ने उन्हें रिश्वत लेकर छोड़ दिया था, लिहाजा आप भी छोड़ दीजिए। मामला लखनऊ तक पहुंचने के बाद घटनाक्त्रस्म की जांच नोएडा के डीसीपी क्त्रसइम को सौंपी गई है।
इंदिरापुरम पुलिस ने एटीएम काटकर कैश चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को हिरासत में लिया है। पूछताछ करने पर उन्होंने जो बताया, वह सुनकर गाजियाबाद पुलिस भी हैरत में पड़ गई। आरोपियों ने बताया कि वह काफी समय से दिल्ली-एनसीआर समेत तमाम प्रदेशों के एटीएम को निशाना बना रहे हैं।
तीन महीने पहले नोएडा पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया था, लेकिन छोड़ने के नाम पर सौदेबाजी करते हुए उनसे क्रेटा कार और 20 लाख रुपये लिए गए। आरोपियों का यह बयान सामने आते ही जिले के पुलिस अधिकारियों ने उच्चाधिकारियों से संपर्क किया और पूरे मामले से अवगत कराया। लखनऊ से फोन घनघनाने के बाद नोएडा पुलिस में हलचल मच गई।
सीसीटीवी फुटेज ने खोला नोएडा पुलिस का कारनामा
दरअसल, एक एटीएम में वारदात की सीसीटीवी फुटेज इंदिरापुरम पुलिस के पास थी। इसमें गिरोह के सदस्य एक कार में बैठे दिखाई दिए थे। रविवार को पुलिस ने फुटेज के आधार पर चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया। उनसे कार के बारे में पूछा तो पता चला कि यह कार नोएडा पुलिस के पास है। नोएडा पुलिस के पास यह कार कैसे पहुंची, यह पूछने पर आरोपियों ने बताया कि सिर्फ कार ही नहीं, उन्हें छोड़ने के नाम पर 20 लाख रुपये भी लिए गए। नोएडा पुलिस का कारनामा सामने आने के बाद अधिकारियों को इससे अवगत कराया गया।
50 लाख मांगे थे, 20 लाख में हुई सौदेबाजी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने बताया कि नोएडा क्राइम ब्रांच ने करीब 3 महीने पहले उन्हें पकड़ा था। इस दौरान आरोपियों से 10 लाख रुपये बरामद हुए थे। आरोपियों ने छोड़ने की गुहार लगाई तो नोएडा पुलिस ने 50 लाख रुपये की मांग की, लेकिन सौदेबाजी करते-करते हुए 20 लाख रुपये में डील हो गई। साथ ही, आरोपियों के ठिकाने पर दबिश देने के दौरान नोएडा पुलिस को वहां एक क्रेटा कार मिली, जिसे भी वह अपने साथ ले गई। इसी कार को ले जाते हुए पुलिस सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। बताया जा रहा है कि गाजियाबाद पुलिस ने यह फुटेज बरामद कर ली है।
डीजीपी मुख्यालय से हुए जांच के आदेश
आरोपियों के कबूलनामे और नोएडा पुलिस की हकीकत उजागर करने के बाद गाजियाबाद पुलिस ने डीजीपी मुख्यालय को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। जिसके बाद एडीजी इंटेलीजेंस ने जांच के आदेश दिए। जिसके बाद प्रदेश मुख्यालय पर नोएडा और गाजियाबाद पुलिस से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की गई है।
नोएडा-गाजियाबाद पुलिस की तकरार पुरानी
गाजियाबाद और नोएडा पुलिस की तकरार बीते कई महीनों से चली आ रही है। नोएडा पुलिस के एक दरोगा ने साहिबाबाद के एक कारोबारी को बंधक बनाकर रकम वसूली थी। इस संबंध में साहिबाबाद पुलिस ने दरोगा समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। वहीं, दूसरा मामला नोएडा में सामने आया। वहां के रहने वाले एक व्यक्ति ने इंदिरापुरम पुलिस पर खुद को अगवा करने और 12 घंटे अवैध हिरासत में रखने का आरोप लगाया था। तीसरा मामला एटीएम कटर गिरोह का सामने आया है। इससे साफ जाहिर है कि गाजियाबाद और नोएडा पुलिस में तकरार बरकरार है।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
एटीएम काटने वाले गिरोह के आरोपियों को रिश्वत लेकर छोड़ने का मामला संज्ञान में आया है। मामले की जांच सौंपी गई है। जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। – लव कुमार, अपर पुलिस आयुक्त, कानून व्यवस्था, नोएडा
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