नई दिल्ली । स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सात और राज्य अगले सप्ताह से स्वदेशी तौर पर विकसित ‘कोवैक्सीन’ टीका लगाएंगे। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (डीसीजीआई) ने इस महीने की शुरुआत में भारत के सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के स्वदेशी तौर पर विकसित ‘कोवैक्सीन’ को देश में सीमित आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी थी जिससे एक बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान का मार्ग प्रशस्त हो गया था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि 23 जनवरी तक की स्थिति के अनुसार 27,776 सत्रों में कुल 15,37,190 लाभार्थियों को कोविड-19 के टीके लगाये गए हैं। टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें तीन करोड़ से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों और कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों को शुरुआत में टीके देने के लिए प्राथमिकता दी गई है।
अगनानी ने कहा कि वर्तमान में ‘कोवैक्सीन’ टीके का इस्तेमाल कर रहे 12 राज्यों के अलावा सात और राज्यों- छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, केरल, मध्य प्रदेश, पंजाब और पश्चिम बंगाल अगले सप्ताह से इस टीके का उपयोग करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘इन सात राज्यों के सभी कार्यक्रम प्रबंधकों को आज आईसीएमआर (भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद) और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कार्यान्वयन प्रोटोकॉल के सभी पहलुओं से अवगत कराया गया।’’
उन्होंने चल रहे कोविड -19 टीकाकरण अभियान पर जानकारी देते हुए कहा, ‘शनिवार शाम 6 बजे तक 1,46,598 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया और टीकाकरण अभियान के आठवें दिन शाम 6 बजे तक टीकाकरण के बाद 123 प्रतिकूल प्रभाव सामने आने की सूचना है।’ अधिकारी ने कहा कि टीका लगाए जाने के बाद टीके के कारण कोई गंभीर प्रतिकूल प्रभाव या टीकाकरण से संबंधित कोई मृत्यु होने का कोई मामला सामने नहीं आया है।
उन्होंने कहा, ‘अब तक कुल छह मौतों (टीकाकरण के बाद) की सूचना है। पिछले 24 घंटे में, गुरूग्राम निवासी 56 वर्षीय एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। पोस्टमॉर्टम से पुष्टि हुई है कि उसकी मृत्यु के लिए कार्डियो-पल्मोनरी बीमारी कारण था और वह टीकाकरण से संबंधित नहीं थी। इनमें से कोई भी मौत कोविड-19 टीकाकरण के साथ यथोचित रूप से जुड़ी हुई नहीं है।’
अगनानी ने कहा कि टीकाकरण के बाद अब तक 11 व्यक्तियों को अस्पताल में भर्ती कराये जाने की सूचना है। उन्होंने कहा, ‘लगभग 0.0007 प्रतिशत लोगों को टीकाकरण के खिलाफ अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। पिछले 24 घंटे में आंध्र प्रदेश के गुंटूर के एक सरकारी अस्पताल में एक व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसे 20 जनवरी को टीका लगाया गया था।’
अगनानी ने कहा कि 13 देशों-बहरीन, बांग्लादेश, भूटान, ब्राजील, मालदीव, मॉरीशस, मंगोलिया, मोरक्को, म्यांमार, नेपाल, ओमान, सेशेल्स और श्रीलंका के टीकाकरण कार्यक्रम के प्रबंधकों का प्रशिक्षण भारतीय टीके का उपयोग करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दो दिनों के दौरान किया गया। मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार, शनिवार को 1,46,598 टीके लगाये गए। सबसे अधिक टीके गुजरात (22,063) में लगाये गए और इसके बाद महाराष्ट्र (21,751), ओडिशा (14,892), बिहार (12,165) और आंध्र प्रदेश (11,562) का नम्बर है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved