नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में भले ही कमी आ रही हो, लेकिन सरकार की ओर से अब 18 साल से 59 साल तक के लोगों के लिए कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने का फैसला लिया गया है. 10 अप्रैल यानी कल से बूस्टर डोज लगनी शुरू होगी. इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने शनिवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों से बातचीत की है. उन्होंने इस दौरान कई अहम निर्देश दिए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों से कहा है कि कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने के दौरान निजी टीकाकरण केंद्र 150 रुपये से अधिक फीस नहीं वसूल पाएं. यह 150 रुपये की अधिकतम फीस कोरोना वैक्सीन के दाम से अलग होगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि व्यक्ति को जिस वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगी होगी, उसे बूस्टर डोज भी उसी वैक्सीन की ही लगेगी. बूस्टर डोज लगवाने के लिए कोई नया रजिस्ट्रेशन नहीं कराना होगा. कोविन एप पर पहले से ही किए गए रजिस्ट्रेशन के जरिये बूस्टर डोज लगाई जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि कोविड-19 की बूस्टर डोज निजी टीकाकरण केंद्रों में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी. यह सुविधा सभी निजी टीकाकरण केंद्रों में होगी. वहीं वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा है कि उसकी कोविशील्ड वैक्सीन की बूस्टर डोज की कीमत पात्र लोगों के लिए 600 रुपये प्रति खुराक होगी.
मौजूदा समय में किसी व्यक्ति को कोविड के अलग-अलग टीकों की डोज देने की देश में अनुमति नहीं है, जिसका मतलब है कि बूस्टर डोज उसी टीके की होगी जिसकी पहली व दूसरी खुराक दी गई थी. इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्विटर पर कहा था, ‘कोरोना के ख़िलाफ लड़ाई अब और मज़बूत होगी. अब 18 वर्ष की आयु से अधिक के नागरिक 10 अप्रैल से प्राइवेट सेंटर (निजी टीकाकरण केंद्र) में बूस्टर लगवा सकेंगे. जिन नागरिकों को टीके की दूसरी खुराक लगे 9 महीने हो चुके है वे इसके लिए पात्र होंगे.’
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