नई दिल्ली। रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने रेलवे स्टेशनों को निजी क्षेत्र को सौंपे जाने की अटकलों को खारिज किया है। गोयल ने कहा कि स्टेशनों का स्वामित्व रेलवे के पास ही रहेगा। रेल मंत्री ने लोक सभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि रेल मंत्रालय सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के जरिए रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि हबीबगंज स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य अंतिम चरण में है। गोमती नगर स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य प्रक्रियाधीन है। 08 स्टेशनों यथा नागपुर, अमृतसर, साबरमती, ग्वालियर, पुडुचेरी, तिरुपति, नेल्लोर और देहरादून के लिए अर्हता संबंधी अनुरोध (आरएफक्यू) को अंतिम रूप दे दिया गया है। 03 स्टेशनों यथा नई दिल्ली, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और एर्णाकुलम के लिए अर्हता संबंधी अनुरोध आमंत्रित किए गए हैं। सफदरजंग और अजनी (नागपुर) स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए ठेके प्रदान कर दिए गए हैं।
भविष्य में विमानपत्तनों की तर्ज पर यात्रियों से प्रयोक्ता शुल्क वसूलने संबंधी ए्क अन्य सवाल के जवाब में रेल मंत्री ने कहा कि सार्वजनिक निजी भागीदारी माध्यम के अंतर्गत 50 स्टेशनों के शीघ्र पुनर्विकास के उद्देश्य से रेल मंत्रालय द्वारा सचिवों के समूह का गठन किया गया है। सचिवों के समूह द्वारा अन्य बातों के साथ-साथ, स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए उपयोगकर्ता शुल्क लगाने का सुझाव दिया गया है। (एजेंसी, हि.स.)
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