- उज्जैन के मतदाताओं ने राष्ट्रीय पार्टी के प्रत्याशी पर ही किया भरोसा
उज्जैन। उज्जैन-आलोट लोकसभा सीट से 68 वर्ष में कुल 17 बार चुनाव हुए हैं जिसमें उज्जैन के मतदाताओं ने राष्ट्रीय पार्टी के उम्मीदवार पर ही विश्वास जताया है और लोकसभा के लिए भेजा है।
उज्जैन-आलोट सीट पर अब तक लोकसभा के कुल 17 चुनाव हुए हैं। इस दौरान भले ही मतदाताओं की भागीदारी लगातार बढ़ती रही हो लेकिन प्रत्याशी किसी न किसी राजनीतिक दल का ही जीता है। मसलन 68 वर्ष में उज्जैन-आलोट संसदीय क्षेत्र की जनता ने कभी किसी निर्दलीय प्रत्याशी को दिल्ली की कुर्सी पर नहीं बैठाया है। यह स्थिति तब है जब इस संसदीय सीट पर किसी चुनाव में 5 तो किसी में 25 फीसदी तक केंडिडेट मैदान में उतर चुके हैं। प्रमुख दल के प्रत्याशी ही जनता के प्रतिनिधि चुने गए हैं। उज्जैन की जनता ने राष्ट्रीय पार्टी के अलावा किसी भी अन्य प्रत्याशी को अवसर नहीं दिया है। देश में हुए पहले चुनाव से अब तक 68 वर्ष में मतदान प्रतिशत का ग्राफ भी ऊंचा हुआ है। पहले चुनाव में मतदान का प्रतिशत करीब 38 था जो पिछले चुनाव में बढ़कर 75 प्रतिशत से ज्यादा रहा। निर्वाचन आयोग सहित प्रशासन मतदान प्रतिशत बढ़ाने के प्रयास कर रहा है। पिछले चुनाव में 75.42 प्रतिशत मतदान हुआ था। प्रयास है कि इस बार के चुनाव में यह आंकड़ा और बढ़ेगा। बता दें कि कुछ चुनाव को छोड़ दिया जाए तो, मतदान का प्रतिशत चुनाव दर चुनाव बढ़ा है।