नई दिल्ली। देश में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। ई-व्हीकल बनाने वाली लगभग सभी कंपनियों के मॉडल की डिमांड बढ़ रही है। एक तरफ जहां ओला इलेक्ट्रिक, हीरो इलेक्ट्रिक, ओकिनावा, प्योर ईवी जैसे बड़े ब्रांड के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर तेजी से बिक रहे हैं। तो दूसरी तरफ छोटी कंपनियां और स्टार्टअप भी तेजी से ग्रोथ कर रही है। इस बीच इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाली ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कंपनी (Greaves Electric Mobility company) ने 50 हजार यूनिट के माइलस्टोन को पार कर लिया है। इस कंपनी के व्हीकल तमिलनाडु के प्लांट में तैयार होते हैं। बाजार में इसके ई-व्हीकल एम्पेयर (Ampere) के नाम से मिलते हैं।
2030 तक e2W का 30% हासिल करने का लक्ष्य
ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में हाल ही में अब्दुल लतीफ जमील द्वारा निवेश किया गया है। जिसके बाद कंपनी की टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने का काम किया है। e2W मैन्युफैक्चर के लिए कंपनी का फोकस देश में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में 2030 तक 30% मार्केट शेयर को हासिल करने का है। ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (GEM) एम्पीयर इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर और थ्री-व्हीलर व्हीकल (ई-ऑटो और ई-रिक्शा) बनाती है। ये ELE और तेजा मोबिलिटी ब्रांड के तहत भी काम करती है। एम्पीयर की B2C और B2B दोनों सेगमेंट में मौजूदगी बढ़ रही है।
ग्राहक जागरुकता का मिल रहा फायदा
ग्रीव्स इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के सीईओ और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर संजय बहल ने कहा, “हमारी ईवी मेगासाइट के सर्किल को तेज करने के इरादे से डेपलप किया गया था। यह अविश्वसनीय है कि हम 50,000 के आंकड़े तक पहुंच गए हैं। ग्राहक जागरूकता, ग्रीन मोबिलिटी के लिए वरीयता और विभिन्न राज्यों द्वारा पेश किए जाने वाले प्रोत्साहनों के कारण, हमने ईवीएस को आगे बढ़ने के लिए मोड़ दिया है और देश में बड़े पैमाने पर ईवी अपनाने के बारे में आशावादी हैं।
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट
इस सेगमेंट में तेजी से कंपनियां प्रवेश कर रही है क्योंकि वाहनों की मांग में भी तेजी आ रही है। मई में कुल 12,22,994 यूनिट वाहनों की बिक्री की गयी है जिसमें से 39,490 यूनिट इलेक्ट्रिक वाहन रहे हैं, यह कुल आंकड़ें का 3.2% है। वर्तमान में इस सेगमेंट में हीरो इलेक्ट्रिक, ओला इलेक्ट्रिक, ओकिनावा व एथर जैसी कंपनियां राज कर रही है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved