नई दिल्ली । देश में फिलहाल कोरोना (corona) की चौथी लहर (fourth wave) का खतरा टल चुका है। इसकी वजह पिछले दस दिनों से नए संक्रमणों में लगातार कमी आना है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) के सूत्रों ने भी कहा कि अभी चौथी लहर का खतरा नहीं है। लेकिन सरकार संक्रमितों की लगातार जीनोम सिक्वेंसिंग (genome sequencing) करा रही है, ताकि किसी नए वेरिएंट के आने की स्थिति में तुरंत उसका पता लगाया जा सके।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले चौबीस घंटों के दौरान नए संक्रमण दो हजार से भी नीचे दर्ज किए गए हैं। कुल 1569 संक्रमण दर्ज हुए हैं, जो इस महीने सबसे कम हैं। बता दें कि इस महीने सात मई को सबसे ज्यादा 3,805 नए संक्रमण एक दिन में दर्ज किये गये थे। पिछले महीने 12 अप्रैल को कोरोना के दैनिक मामले सबसे कम 796 दर्ज किए गए थे और उसके बाद इनमें बढ़ोत्तरी शुरू हो गई थी। लेकिन सात मई के बाद से इनमें गिरावट शुरू हो गई जो अभी भी जारी है।
ओमिक्रोन के सब-वेरिएंट सक्रिय
विशेषज्ञों का मानना है, चूंकि देश में अभी ओमिक्रान के ही कई सब-वेरिएंट सक्रिय हैं। हालांकि, देश पहले ही ओमिक्रोन की एक लहर का सामना कर चुका है। इसलिए इन सब-वेरिएंट से ज्यादा खतरा नहीं है। देश के 97-98 फीसदी वयस्कों का टीकाकरण हो चुका है। इससे लोगों में हाइब्रीड इम्युनिटी पैदा हो चुकी है।
सूत्रों ने कहा, महामारी के तीन दौर आते हैं जिसके बाद यह कमजोर पड़ने लगती है। ऐसा ही इस बार भी प्रतीत हो रहा है। हालांकि सरकार पूरा एहतियात बरत रही है।
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