जबलपुर। निवाडगंज में सब्जी बाजार मनमाने ढंग से लगाया जाता रहा है। पारंपरिक बाजार अपने विकास का रास्ता सालों से देख रहा है। एक तरफ सब्जी व्यापारियों ने अव्यवस्थाएं फैला रखी हैं तो दूसरी तरफ नगर निगम भी अनदेखी करता आता रहा है। जिम्मेदारों की निगरानी नहीं होने से आए दिन यह समस्या बनी रहती है। व्यापारियों द्वारा चिन्हित जगह पर दुकानें नहीं लगाए जाने से यहां आने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन इनकी मनमानी के आगे निगम अधिकारी भी मौन रहते हैं। जबकि मंडी में सब्जी विक्रेताओं को व्यवसाय करने की जगह तक आवंटित की गई है। फिर भी कई ऐसे सब्जी वाले और अन्य व्यापारी हैं जो यहां पर अपने ही ढंग से व्यापार करते आ रहे हैं।
बाहर लगती हैं दुकानें
मार्केट के अंदर बाजार लगा काफी कम है जिन लोगों को यहां पर जगह का आवंटन हुआ था वह मार्केट के बाहर दुकान लगा रहे। कई एक व्यापारियों ने अपनी जगह पर कबाडख़ाने के रूप में भी इस्तेमाल कर रहे हैं। यहां छोटे-मोटे अन्य व्यापारी जो मार्केट के अंदर दुकान लगाना चाहते हैं उन्हें बैठने नहीं दिया जाता। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि इस मामले में निगम को ध्यान देना चाहिए।
चबूतरे तक टूटे हैं
समय के हिसाब से किसी ने यहां की विकास पर ध्यान नहीं दिया। लंबे समय से यह बाजार उपेक्षा का शिकार होता आ रहा है। वास्तविकता यह है की सब्जी विक्रेताओं के बैठने के लिए बनाए गए चबूतरे तक टूट चुके हैं। दुकानों के ऊपर बने शेड भी टपकते हैं। आलू प्याज और अन्य सब्जियों के व्यापार करने वाले व्यापारियों ने बताया कि निगम द्वारा उक्त बाजार का रखरखाव दशकों से नहीं हो पा रहा है। जबकि मास्टर प्लान में बाजार विकसित करने का प्रावधान भी है।
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