गोपालगंज: बिहार के पश्चिम चंपारण और गोपालगंज जिले में जहरीली शराब पीने से 25 लोगों की मौत हो गई है. हालांकि सरकार के स्तर पर मरने वालों की संख्या 21 ही बताई जा रही है. अब इस जहरीली शराब कांड को लेकर मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने सफाई दी है.
मंत्री ने स्वीकार किया कि इन दोनों जिलों में शराब से मौत संभावित है. उन्होंने गोपालगंज में 11 और बेतिया में 10 लोगों की मौत की पुष्टि की है. मंत्री ने कहा कि फिलहाल विसरा रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. मंत्री ने कहा कि इस कांड में कुछ भी छिपाने का प्रयास नहीं किया जा रहा है, जो सच्चाई है वही बात मीडिया को भी बताई जा रही है.
मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि सरकार शराबबंदी कानून का कड़ाई से पालन करने के लिए गंभीर है और यही करने की दूसरी राज्यों की तुलना में बिहार में कार्रवाई और गिरफ्तारी भी सबसे ज्यादा हुई है. मंत्री ने कहा कि मद्य निषेध विभाग में 700 से अधिक लोग बर्खास्त किए गए हैं और किसी विभाग में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है. सुनील कुमार ने स्वीकार किया कि बॉर्डर एरिया से प्रतिदिन हजारों की संख्या में गाड़ियां आती हैं और इंटेलिजेंस के आधार पर कार्रवाई भी की जाती है.
इस बीच ADG पुलिस मुख्यालय जितेंद्र गंगवर ने कहा है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और मृतकों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. स्थानीय चौकीदार और संबंधित थानेदार को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में आपराधिक मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है. इस केस में सूचना के आधार पर कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है.
बता दें कि बेतिया में जहरीली शराबकांड पर बड़ी कार्रवाई की गई है. नौतन थानाध्यक्ष मनीष शर्मा को निलंबित कर दिया गया है. डीआईजी प्रणव कुमार प्रवीण ने यह कार्रवाई की है. गांव के चौकीदार को भी सस्पेंड कर दिया गया है. कई और पर कार्रवाई होने की संभावना है.
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