पटना। आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज कुमार ने नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को बर्खास्त करने के साथ ही बिहार में युद्ध स्तर पर ध्वस्त स्वास्थ्य व्यवस्था को पुनः बहाल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि महामारी के इस दौर में बिहार सरकार कोरोना संक्रमितों को इलाज की बुनियादी सुविधाएं भी नहीं दे पा रही है, जिसका भारत का संविधान उन्हें भरोसा दिलाता है। पिछले तीन महीनों में जब बिहार में संक्रमण नहीं के बराबर था और दूसरे राज्य महामारी से लड़ने की तैयारी कर रहे थे, वहीं बिहार में जदयू-भाजपा गठबन्धन की नीतीश सरकार चुनावी तैयारी कर रही थी। अगर राष्ट्रपति ने बिहार को अपने हाथ में नहीं लिया तो बिहार की निर्दोष जनता वर्तमान सरकार की लापरवाहियों का शिकार हो मारी जाएगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार के सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों को बेड की कमी बताकर भर्ती नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा ऑक्सीजन सिलेंडरों, वेंटिलेटरों और एंबुलेंसों की कमी की शिकायतें लगातार आ रही हैं। मरीजों से बारहर से दवाएं मंगाई जा रही। जिला स्तर पर स्वास्थ्य सेवा नदारद है। मरीज पटना पहुंच भी नहीं पाते हैं। करीब 14 करोड़ की आबादी वाले बिहार के संक्रमित मरीजों को सिर्फ तीन अस्पतालों के भरोसे छोड़ देना घोर लापरवाही है। जिलों के स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना जांच किये जाने की घोषणा हवाहवाई है। (एजेन्सी, हि.स.)
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