पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने अकेले चुनाव लड़ने के फैसले पर कहा कि उनके पिता रामविलास पासवान भी यही चाहते थे। उन्होंने ही अकेले चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया था। उन्होंने कहा कि पिता ने मुझसे कहा था कि यदि नीतीश कुमार फिर से राज्य की सत्ता संभालते हैं तो तुम्हें आने वाले 10-15 सालों में इसका पछतावा होगा क्योंकि तुम्हारी वजह से राज्य को अगले और पांच साल पीड़ित होना पड़ेगा। यदि तुम्हारी मदद से नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनते हैं तो यह मुसीबत होगी। वे इस बात को लेकर स्पष्ट थे।
ऐन चुनावी घमासान के बीच पिता रामविलास पासवान के निधन पर चिराग ने कहा कि ये सब मेरे लिए काफी मुश्किल है। मैं उन्हें बहुत याद करता हूं। मैं अपने पिता के निधन के लिए तैयार नहीं था। मुझे लगता है कि कोई भी इस तरह की परिस्थिति के लिए कभी तैयार नहीं होता है। राज्य में चुनाव होने हैं और मैं वहां नहीं हूं। वे मेरी ताकत का आधार थे। उनके साथ के कारण मैं दुनिया से लड़ सकता था। मैं वास्तव में ऐसा कर रहा था और मैं ऐसा करना जारी रखूंगा। ये उनका सबसे बड़ा सपना था कि पार्टी अकेले चुनाव लड़े। मैं उनके इस सपने को पूरा करुंगा।
लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि पिताजी ने मुझे अकेले चुनाव लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने मुझसे कहा कि वर्ष 2005 में मैंने यह फैसला लिया। तुम युवा हो, तुम यह निर्णय क्यों नहीं ले रहे हो। तुम्हें अकेले चुनाव लड़ना चाहिए। इससे पार्टी मजबूत होगी। चिराग ने यह भी कहा कि भाजपा नेताओं को इस बारे में जानकारी थी। उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय और रामकृपाल यादव ने उनसे बात की थी। वे इस चीज को लेकर स्पष्ट थे कि लोजपा अकेले चुनाव लड़ेगी। (एजेंसी, हि.स.)
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