नई दिल्ली (New Delhi) । केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) ने कहा कि ड्राइवरों (drivers) की नौकरियों की सुरक्षा के लिए भारत में ड्राइवरलेस कारों (driverless cars) की अनुमति नहीं दी जाएगी। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कथित तौर पर कहा है कि ड्राइवरों की नौकरियों की सुरक्षा के लिए ड्राइवरलेस कारें भारत में नहीं आएंगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, गडकरी ने कहा कि मैं कभी भी ड्राइवरलेस कारों को भारत में आने की इजाजत नहीं दूंगा, क्योंकि इससे कई ड्राइवरों की नौकरियां चली जाएंगी और मैं ऐसा नहीं होने दूंगा।
जीरो माइल संवाद के दौरान क्या बोले गडकरी?
आईआईएम नागपुर (IIM Nagpur) द्वारा आयोजित जीरो माइल संवाद के दौरान देश में सड़क सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर बोलते हुए नितिन गडकरी ने दुर्घटनाओं को कम करने के लिए सरकारी उपायों की रूपरेखा बताई। जैसे कि कारों में 6 एयरबैग को शामिल करना, सड़कों पर ब्लैक स्पॉट को कम करना और इलेक्ट्रिक मोटर्स अधिनियम के माध्यम से जुर्माना बढ़ाना।
टेस्ला का भारत में प्रवेश?
ऑटो इंडस्ट्री में भी एडवांस टेक्नोलॉजी की डिमांड तेजी से बढ़ती जा रही है। टेस्ला की कारों में भी ऑटोपायलेट मोड जैसे एडवांस टेक का इस्तेमाल किया जाता है। टेस्ला इंक के भारत में प्रवेश पर मंत्री ने कहा कि सरकार भारत में अमेरिकी वाहन निर्माता का स्वागत करने के लिए तैयार है, लेकिन भारतीय बाजार में में बिक्री के लिए चीन में मैन्युफैक्चरिंग स्वीकार्य नहीं है।
हाइड्रोजन फ्यूल पर क्या बोले गडकरी
इसके अलावा गडकरी ने हाइड्रोजन फ्यूल पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि सरकार सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है। हाइड्रोजन को फ्यूचर का फ्यूल बताते हुए नितिन गडकरी ने बताया कि हम बुनियादी ढांचे को बढ़ाने में मदद के लिए सर्वोत्तम तकनीक लाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
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