नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari)ने यातायात नियमों (traffic rules)के लगातार उल्लंघन पर निराशा जाहिर (expressed disappointment over the violation)की है। उन्होंने यह भी कहा दिया कि आखिर सरकार कितनी बार जुर्माने की राशी बढ़ा (The amount of the fine increased)सकती है। उनका कहना है लि लोगों को भी व्यवहार में बदलाव लाने की जरूरत है। खास बात है कि साल 2019 में सरकार ने मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन किए थे, जिसमें भारी जुर्माने और दंड के प्रावधान थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वर्ल्ड सेफ्टी कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा, ‘हम यातायात नियमों को लागू करने के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम उल्लंघन पर जुर्माना बढ़ा दिया, लेकिन इसके कोई नतीजे नहीं मिल रहे, क्योंकि लोग इन्हें गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। हम कितना जुर्माना बढ़ा सकते हैं? यह एक समस्या है। इससे मानव व्यवहार में बदलाव कर सुलझाया जा सकता है।’
2019 में एक्ट में बदलाव का भी खास असर पड़ता नजर नहीं आ हा है। रिपोर्ट के अनुसार, यातायात और परिवहन नियमों के उल्लंघन के मामले बढ़ रहे हैं। साथ ही साल सड़क हादसों में जान गंवाने वालों की संख्या 2019 में 1.59 लाख से बढ़कर साल 2022 में 1.68 लाख तक पहुंच गई थी। गडकरी का कहना है कि सिर्फ कानून लागू करने से हादसों और मौतों में कमी नहीं आएगा।
उन्होंने कहा, ‘हम बस और ट्रक चालकों को प्रशिक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं और अगर वो सड़कों के नियम मानते हैं तो हम सड़क हादसों में कमी ला सकते हैं।’
उन्होंने खासतौर से लोगों के व्यवहार में बदलाव का जिक्र किया और सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जनता को शिक्षित करने की बात कही। हेलमेट नहीं पहनने के कारण दो पहिया चालकों की हुई मौत के बढ़ते मामलों को लेकर उन्होंने कहा कि वाहन निर्माताओं से डिस्काउंट पर हेलमेट मुहैया कराने के लिए बात की जा रही है। अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में हेलमेट नहीं पहने 50 हजार 29 लोगों की मौत हो गई थी।
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