भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश को तेज गति से विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए आत्म-निर्भर भारत बनाने के मंत्र में मध्यप्रदेश का पूरा योगदान रहेगा। नीति आयोग के सुझावों पर अमल कर प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने में कमी नहीं रहने देंगे। इलेक्ट्रानिक मेन्यूफेक्चरिंग के क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में नीति आयोग के सहयोग से प्रदेश में नए आयाम स्थापित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री नीति आयोग की बैठक को संबोधित कर रहे थे। नीति आयोग द्वारा कोरोना काल में आत्म-निर्भर मप्र के रोडमेप के निर्माण के लिए मप्र सरकार की सराहना की गई। इसी तरह कृषि सहित अन्य क्षेत्रों में मध्यप्रदेश के अच्छे कार्यों की भी सराहना की गई।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि किसानों को फसलों के उत्पादन का ठीक दाम मिले इस पर समग्र रुप से विचार किया जाएगा। हमने किसानों को फसलों का उचित मूल्य दिलाने के लिए भावांतर भुगतान योजना लागू की है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ। दूध के उत्पादन में भी प्रदेश में अच्छी वृद्धि हुई है। सिंचाई के क्षेत्र एवं पेयजल की योजनाओं में मध्यप्रदेश ने काफी उन्नति की है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिन गाँवों में भूमिगत जल के स्रोत नहीं हैं, वहाँ नये जल स्रोत विकसित किए जाएंगे। प्रदेश में स्वच्छता संबंधी सुविधाओं में वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवर्धन योजना में प्रदेश में निरंतर कार्य चल रहा है। इससे सीएनजी गैस बनाने का कार्य भी चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में वनों के क्षेत्र में अपार संभावनाएँ हैं। इन्फ्रा-स्ट्रक्चर लॉजिस्टिक में अभी काफी कार्य किया जाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आकांक्षी जिलों के साथ आकांक्षी विकासखण्ड भी बनाने का निर्णय लिया गया है।
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