नई दिल्ली: H3N2 वायरस (H3N2 virus) का खतरा बढ़ता जा रहा है. भारत में इंफ्लुएंजा H3N2 (influenza H3N2) की वजह से पहले दो मरीजों की मौतें रिकॉर्ड की गई हैं. यह दोनों ही केस हरियाणा और कर्नाटक (Haryana and Karnataka) में सामने आए हैं. कर्नाटक के मरीज को बुखार, गले में इन्फेक्शन, खांसी जैसे गंभीर लक्षण दिखाई दिए थे. यह जानकारी हेल्थ डिपार्टमेंट ने शुक्रवार को जारी की है. 82 साल के हासन जिले के अलूर तालुक में रहने वाला मरीज 24 फरवरी को हासन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में भर्ती किया गया था. मरीज की 1 मार्च को मौत हो गई है.
देश में इस गंभीर वायरस की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार अलर्ट मोड (central government alert mode) में है. अब नीति आयोग शनिवार को इस पर अहम बैठक करने जा रहा है. इस मीटिंग में राज्यों में इस वायरस की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की जाएगी. सभी राज्यों की स्थिति का जायजा लिया जाएगा. इसके बाद किसी राज्य को अगर केंद्र की जरूरत है तो उसे जरूरत मुहैया कराई जाएगी.
केंद्र ने कहा कि H3N2 वायरस पर बारीकी से नजर रखी जा रही है. केंद्र सरकार सभी राज्यों में इस वायरस को लेकर IDSP यानी इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम के ज़रिए रियल टाइम बेसिस पर निगरानी रखी जा रही है. केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को उम्मीद है कि मार्च के आखिर तक सीजनल इंफ्लुएंजा वायरस की रफ्तार धीमी पड़ जाएगी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अभी तक भारत में H3N2 वायरस के 90 केस सामने आ चुके हैं. देश में इस फ्लू जैसे वायरस के केस बढ़ते जा रहे हैं. यह फिलहाल हमारे देश में चिंता विषय का बना हुआ है.
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