नई दिल्ली (New Delhi) । सोमवार को निफ्टी (nifty) ने 20008.1 अंक के उच्चतम स्तर को छुआ। यह पहली बार 20 हजार के स्तर के पार पहुंचा है। इससे पहले रिकॉर्ड उच्चतम स्तर 19991.85 का था, जो 20 जुलाई 2023 को दर्ज किया गया था। उस वक्त 20 हजार के स्तर से यह आठ अंक पीछे रह गया था। इसके बाद बाजार (Share Market) में उतार-चढ़ाव दर्ज किए गए। 20 जुलाई से लेकर 20000 के स्तर तक पहुंचने में निफ्टी को सबसे कम 36 कारोबारी सत्र लगे हैं। वहीं, 28 जून 2023 को निफ्टी 19000 अंक के पार निकला था। 19 हजार से 20 हजार का सफर तय करने में निफ्टी को कुल 52 कारोबारी दिवस लगे।
36 कारोबारी सत्रों में छोटे और मझौले क्षेत्रों के इंडेक्स में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली। स्मॉलकैप में 13 फीसदी और मिडकैप में 12 फीसदी की बढ़त रही है। 20 जुलाई से अब तक निफ्टी पीएसई इंडेक्स में 15 फीसदी, रियल्टी में 11 फीसदी, निफ्टी बैंक में 5 फीसदी और निफ्टी ऑटो में 4 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
बाजार में बढ़त की बड़ी वजह
1. अंतरिक्ष,कूटनीतिक क्षेत्र में भारत को मिली अहम उपलब्धियों ने भारतीय शेयरों को मजबूती दी
2. जी20 शिखर सम्मेलन में हासिल ऐतिहासिक सहमति ने निवेशकों में भरोसा जगाने का काम किया
3. मुद्रास्फीति कम होने की उम्मीदों ने भी आशावादी नजरिया मिला
4. विदेशी निवेशकों के मिलेजुले रुख, स्थानीय निवेशकों के मजबूत समर्थन से बाजार को रफ्तार
इन शेयरों में सबसे ज्यादा उछाल
बीएसई और निफ्टी में शामिल कंपनियों में से एक्सिस बैंक, पावर ग्रिड, मारुति सुजुकी, भारतीय स्टेट बैंक, टाटा मोटर्स, आईटीसी, नेस्ले और महिंद्रा एंड महिंद्रा प्रमुख रूप से बढ़त के साथ बंद हुईं। रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक में भी तेजी रही।
निफ्टी ने 10 वर्ष में कितना रिटर्न दिया
2012 में 27.70
2013 में 6.76
2014 में 31.39
2015 में -4.06
2016 में 3.01
2017 में 28.65
2018 में 3.15
2019 में 12.02
2020 में 14.17
2021 में 24.12
2022 में 4.32
2023 में 9.5
आकड़े प्रतिशत में
क्या कहते हैं विश्लेषक
एचडीएफसी सिक्योरिटीज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी धीरज रेली ने कहा कि निफ्टी जुलाई के बाद अपने दूसरे प्रयास में आखिरकार 20,000 अंक के बहुप्रतीक्षित स्तर को छूने में कामयाब रहा। स्थानीय निवेशकों के मजबूत समर्थन ने निफ्टी को यह मुकाम हासिल किया है।
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