नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency) ने साल 2023 (year 2023) के दौरान आतंकवादियों, गैंगस्टरों, ड्रग तस्करों, मानव तस्करों (terrorists, gangsters, drug smugglers, human traffickers) और राष्ट्रीय हितों के खिलाफ काम करने वाले अन्य अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ एक्शन (fast action) लिया. इस वर्ष एनआईए ने पिछले वर्ष की तुलना में भारत भर में अपने कार्यों को कई गुना बढ़ा दिया. साल 2022 में गिरफ्तार किए गए 490 आरोपियों की तुलना में इस वर्ष एनआईए द्वारा की गई गिरफ्तारियों की कुल संख्या 625 थी, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 28% अधिक है. इनमें आईएसआईएस मामलों में गिरफ्तार 65 आरोपी, जिहादी आतंकी मामलों में गिरफ्तार 114 आरोपी, मानव तस्करी मामलों में 45 आरोपी, आतंकवादी और संगठित आपराधिक गतिविधि के 28 आरोपी और वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) मामलों के 76 आरोपी शामिल हैं.
एआईए द्वारा गिरफ्तार मामले में सजा की दर 94.70% रही और आरोपियों से 56 करोड़ रुपये संपत्ति कुर्क की गई. वर्ष के दौरान एनआईए के लिए सबसे उल्लेखनीय सफलताएं आईएसआईएस, कश्मीरी और अन्य जिहादियों के साथ-साथ देश में सक्रिय बढ़ते आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ और नेटवर्क के खिलाफ थीं. आतंकवादियों और संगठित आपराधिक समूहों की ये सभी श्रेणियां पिछले कुछ वर्षों से एनआईए के रडार पर हैं और आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने 2023 के दौरान इन आतंकवादी समूहों के लिए काम करने वाले एजेंटों और गुर्गों पर आक्रामक तरीके से कार्रवाई की.
एनआईए ने 2023 में कुल 68 मामले दर्ज किए, जिसमें आतंक से संबंधित घटनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल थी. इनमें कई राज्यों में 18 जिहादी आतंकी मामले, जम्मू-कश्मीर से 03 मामले, वामपंथी उग्रवाद के 12 मामले, पंजाब में आतंकवादी और संगठित आपराधिक गतिविधि से जुड़े 07 मामले, पूर्वोत्तर के 05 मामले और नकली भारतीय मुद्रा नोटों (एफआईसीएन) से संबंधित 02 मामले शामिल हैं. आरोपपत्र दाखिल और दोषी ठहराए गए व्यक्तियों की संख्या क्रमशः 513 और 74 थी, जबकि 2022 में यह 459 और 79 थी. 2023 के दौरान दोषी ठहराए गए 74 आरोपियों को सजा के रूप में ‘कठोर कारावास’ और ‘जुर्माने’ की विभिन्न मात्राओं की सजा सुनाई गई थी. एजेंसी ने अपनी जांच और अभियोजन विशेषज्ञता, प्रभावशीलता और कौशल की प्रभावशीलता को रेखांकित करते हुए 94.70% की मजबूत समग्र सजा दर बनाए रखी है.
जहां तक भगोड़ों की बात है, एनआईए 2023 में 47 आरोपियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने में कामयाब रही, जो पिछले साल की तुलना में 14 अधिक थी. इस संबंध में सबसे बड़ी सफलता अटारी सीमा हेरोइन जब्ती मामले में एक प्रमुख फरार आरोपी की गिरफ्तारी के साथ मिली, जिसमें भारत-पाक सीमा के माध्यम से अफगानिस्तान से 102 किलोग्राम से अधिक नशीले पदार्थों की तस्करी शामिल थी. अमृतपाल सिंह उर्फ अम्मी, अमरीक सिंह, मनप्रीत सिंह उर्फपीता और मनदीप सिंह को फिलीपींस से निर्वासित किया गया था, विक्रम बराड़ को संयुक्त अरब अमीरात से निर्वासन पर गिरफ्तार किया गया था.
एनआईए द्वारा खोजों और छापों की संख्या में भी पिछले वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई, जो 2022 में 957 से बढ़कर 2023 में 1040 हो गई. भारत भर में हिंसक जिहाद पर कार्रवाई 2023 के दौरान एनआईए के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हुई, जिसमें राष्ट्रव्यापी छापे और तलाशी के माध्यम से प्रतिबंधित वैश्विक आईएसआईएस के कई मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया. दिसंबर में महाराष्ट्र और कर्नाटक में 44 स्थानों पर छापेमारी के बाद कुल 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिससे भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई.
इसी तरह की कार्रवाई में 18 दिसंबर को आईएसआईएस बल्लारी मॉड्यूल के 8 गुर्गों को गिरफ्तार किया गया, जिससे एनआईए को देश भर में आतंकवादी कृत्यों, विशेष रूप से आईईडी विस्फोटों की एक श्रृंखला को अंजाम देने के लिए प्रतिबंधित वैश्विक आतंकवादी संगठनों की योजनाओं को विफल करने में मदद मिली. सितंबर में अलग-अलग मामलों में जबलपुर और भोपाल में ऐसे कट्टरपंथी आईएसआईएस और एचयूटी मॉड्यूल के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थी. आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ को खत्म करना एनआईए जांच की एक और प्राथमिकता रही है. इस नेटवर्क पर अपनी कार्रवाई के तहत, एनआईए ने दो मामले दर्ज किए, 55 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया, 253 छापे मारे, 27 लोगों को गिरफ्तार किया और 2023 में 18 संपत्तियां कुर्क कीं. इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ लगातार समन्वय के परिणामस्वरूप विदेशी नोड्स के खिलाफ कार्रवाई हुई है.
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