नई दिल्ली (New Dehli)। कुछ दिन पहले एक रिपोर्ट (Report)सामने आई कि भारत सरकार खालिस्तानी (Khalistani)आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu)की हत्या (the killing)की साजिश (conspiracy)रच रही थी, जिसे अमेरिका ने नाकाम कर दिया। ऐसा दावा किया गया कि पन्नू की हत्या की साजिश एक भारतीय अधिकारी और निखिल गुप्ता नाम के शख्स ने रची थी। जिस भारतीय अधिकारी की बात की जा रही है, उसे अमेरिका ने CC-1 नाम दिया है। इन आरोपों के जवाब में भारत सरकार 29 नवंबर को एक बयान में कह चुकी है कि18 नवंबर को ही हाई लेवल जांच शुरू कर दी गई थी। इस बयान के घंटे भर बाद अमेरिका ने एक प्रेस रिलीज जारी कर दी। जिसमें पन्नू की हत्या की साजिश के पीछे का पूरा ब्यौरा दिया गया है।
यह दावा है कि CC-1 ने पन्नू की हत्या का काम निखिल गुप्ता को सौंपा था। जिसके बाद निखिल ने एक हिटमैन की तलाश की, जो दरअसल अमेरिकी पुलिस का खबरी था। हत्या के लिए किलर को 85 लाख रुपए की रकम तय की गई थी।
अमेरिकी न्याय विभाग ने 29 नवंबर को प्रेस रिलीज जारी करते हुए भारत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। एक भारतीय अधिकारी पर खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। आरोप लगाए कि “न्यूयॉर्क में भारतीय मूल के एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की विफल साजिश में भारतीय अधिकारी की भागीदारी थी।”
CC-1 पर क्या दावे
अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा जारी प्रेस रिलीज में दावा किया गया है कि भारत में बैठे CC-1 नाम के एक शख्स ने निखिल गुप्ता को पन्नू की हत्या का जिम्मा सौंपा। जिसके बाद निखिल उर्फ निक ने हिटमैन की तलाश शुरू की। अमेरिका द्वारा जारी दस्तावेजों में CC-1 के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। प्रेस रिलीज की मानें तो CC-1 खुद को ‘सीनियर फील्ड ऑफिसर’ बताता है। उसपर ‘सेक्योरिटी मैनेजमेंट’ और ‘इंटेलीजेंस’ की जिम्मेदारी थी। CC-1 ने अपने आप को CRPF का पूर्व कर्मचारी भी बताया था।
निखिल गुप्ता कौन हैं
अमेरिकी न्याय विभाग की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि 52 वर्षीय निखिल गुप्ता एक भारतीय नागरिक हैं, जिसे 30 जून को चेक गणराज्य के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था। दरअसल, अमेरिका और चेक गणराज्य के बीच एक समझौता है, जिसमें कोई भी देश एक-दूसरे के अपराधी को गिरफ्तार कर सकते हैं। दस्तावेज में कहा गया है कि निखिल गुप्ता CC-1 का वह सहयोगी है, जिसे भारत में बैठे CC-1 ने पन्नू की हत्या का जिम्मा सौंपा था। यह काम निखिल को मई 2023 में दिया गया था। इसके लिए निखिल ने हिटमैन की तलाश शुरू की। हिटमैन मतलब पैसे के बदले हत्या करने वाला किलर।
हिटमैन ही निकला अमेरिका का खबरी
विभाग ने दावा किया है कि निखिल ने जिस हिटमैन को खोजा, उसका अपराधियों के साथ उठना-बैठना था। हालांकि वो खबरी निकला। कथित हिटमैन डीईए (ड्रग एन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन) के साथ काम कर रहा था। अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा दावा किया जा रहा है कि हिटमैन को निखिल पन्नू की लगातार जानकारियां दे रहा था। इस काम के लिए उसे 85 लाख रुपए तक तय हुए थे।
निज्जर पर भी नए खुलासे
दस्तावेजों के अनुसार, जून में, निखिल गुप्ता को टारगेट के बारे में व्यक्तिगत जानकारी दी गई। जैसे पन्नू रहता कहां है, कहां-कहां जाता है। दस्तावेजों की मानें तो निखिल ने हिटमैन को कनाडा में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बारे में भी बताया कि निज्जर भी एक टारगेट था।
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