लंदन। टाइटैनिक का मलबा दिखाने के लिए ले जाने वाली पनडुब्बी उत्तरी अटलांटिक में डूब गई थी। रविवार से ही इस पनडुब्बी का कुछ पता नहीं चल रहा है। परेशान करने वाली बात है कि जहाज पर सवार पांच लोगों के लिए पनडुब्बी पर सिर्फ चार घंटे की ही ऑक्सीजन बची है जिसकी अब खत्म होने की आशंका है। कनाडाई कोस्ट गार्ड वाहन लगातार इस पनडुब्बी के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रहा है। एक दिन पहले ही खबर आई है कि कनाडाई कोस्ट गार्ड वाहन को समुद्र के अंदर से कुछ आवाजें सुनाई दी हैं। इससे एक उम्मीद जग गई है।
पनडुब्बी का मलबा मिला
अमेरिकी तट रक्षक का कहना है कि जहां टाइटैनिक का मलबा है वहां पनडुब्बी का मलबा मिला है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह मलबा लापता पनडुब्बी से जुड़ा है या नहीं। अधिकारियों ने गुरुवार को ट्वीट किया कि अधिकारी जानकारी का मूल्यांकन कर रहे हैं।
घटनास्थल पहुंची मेडिकल टीम
टाइटैनिक मलवा दिखाने ले गई पनडुब्बी के बचाव के लिए प्रयास जारी हैं। वहीं एक कनाडाई अधिकारी ने कहा कि मेडिकल टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। पनडुब्बी खोज प्रयासों के समर्थन में एमआरसीसी (समुद्री बचाव समन्वय केंद्र) बोस्टन की सहायता करना जारी है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त, तीन कनाडाई तट रक्षक जहाज – जॉन कैबोट, एन हार्वे और टेरी फॉक्स घटनास्थल पर हैं और जरूरत पड़ने पर उपकरण और कर्मी उपलब्ध करा सकते हैं।
रोबोटिक सर्च ऑपरेशन चलाया
अमेरिकी तटरक्षकों ने कहा धमाके की आवाज कहां से आई इसका पता लगाने के लिए मंगलवार को सर्च टीमों ने पानी के नीचे रोबोटिक सर्च ऑपरेशन (आरओवी) चलाया। हालांकि, इसका कोई फायदा नहीं हुआ। वहीं, तटरक्षकों ने इस बारे में कुछ खास जानकारी नहीं दी है। उन्होंने न तो ये बताया है कि ये धमाके कहां सुनाई दिए और न ही ये बताया कि इन धमाकों का कैसे पता लगाया।
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