नई दिल्ली: साल 2023 अब इतिहास बनने की ओर है और दुनिया के लोग 2024 के स्वागत की तैयारी (preparation for welcome) में लग गए हैं. कई देशों में नए साल का आगाज हो गया है तो कई देशों में धीरे-धीरे घड़ी की सुई 12 बजे की ओर से बढ़ रही हैं. न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया (New Zealand and Australia) में नए साल का जश्न शुरू हो गया है. भारत में भी नए साल के स्वागत को लेकर लोग बेकरार हैं और चंद घंटों में अपने यहां भी साल 2024 का आगाज हो जाएगा. दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई समेत हर जगह लोग जश्न मनाने में जुट गए हैं.
न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया साल 2024 का जश्न मनाने वाले शुरुआती देश हैं. न्यूजीलैंड में भारतीय समयानुसार शाम साढ़े 4 बजे ही रात के 12 बज गए और वहां पर नए साल का जश्न शुरू हो गया. रात के 12 बजते ही न्यूजीलैंड की सबसे बड़ी संरचना स्काई टावर पर जबर्दस्त आतिशबाजी के साथ ही नए साल का वेलकम किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग वहां पर मौजूद थे.
अब ऑस्ट्रेलिया में नए साल के स्वागत किया जा रहा है. न्यूजीलैंड के बाद भारतीय समयानुसार साढ़े 6 बजे ऑस्ट्रेलिया में रात के 12 बजते ही नए साल का जश्न शुरू हो गया. न्यूजीलैंड में 12 बजने के 2 घंटे बाद पड़ोसी देश ऑस्ट्रेलिया में भी नए साल का स्वागत किया गया. सिडनी के विश्व प्रसिद्ध सिडनी हार्बर ब्रिज पर नए साल के स्वागत में जोरदार आतिशबाजी की गई. हार्बर ब्रिज पर होने वाली आतिशबाजी को दुनियाभर में करीब 42.5 करोड़ लोगों ने देखा.
भारत और चीन में भी नए साल को लेकर जोरदार उत्साह है, यहां पर भी लोग 12 बजने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. भारत में नए साल के जश्न को लेकर राजधानी दिल्ली, मुंबई समेत कई शहरों में गाइडलाइंस जारी कर दिए गए हैं. राजधानी दिल्ली में भी कई जगहों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. हालांकि नए साल का जश्न इस बार थोड़ा फीका पड़ने वाला है क्योंकि दुनिया 2 जगहों पर युद्ध की मार झेल रही है. यूक्रेन और गाजा में जारी युद्ध की वजह से दुनियाभर में नए साल का जश्न फीका पड़ गया. युद्ध का वजह से कई हिस्सों में खासा तनाव बना हुआ है.
मुस्लिम बहुल देश पाकिस्तान गाजा युद्ध की वजह से नए साल का जश्न नहीं मना रहा है. पाकिस्तान सरकार ने फलस्तीनियों के प्रति एकजुटता जताने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर आयोजित होने वाले सभी समारोहों पर रोक लगा दिया है. पाकिस्तान के कार्यवाहक पीएम अनवर-उल-हक काकड़ ने गुरुवार को ही गाजा के लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए देश में नए साल के जश्न पर रोक लगाने का ऐलान किया था. संयुक्त अरब अमीरात और किरिबाती में भी नए साल का जश्न फीका रहेगा.
हालांकि सिडनी में बड़ी संख्या में रविवार सुबह ही सिडनी हार्बर ब्रिज के किनारे डेरा डाले हुए हैं. 7 अक्टूबर को हमास के इजराइल पर हमले के बाद यहां के ओपेरा हाउस को इजराइली ध्वज के रंगों से रोशन किए जाने के बाद यह क्षेत्र फलस्तीनी समर्थक प्रदर्शनों का केंद्र रहा है. ऐसे में यहां सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. इसी तरह अमेरिका के न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर आधिकारियों और पार्टी आयोजकों की ओर से कहा गया कि वे बड़ी संख्या में लोगों का स्वागत करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर तैयार हैं. फ्रांस में भी नए साल के जश्न को लेकर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
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