इंदौर। नए वर्ष के जश्न में इंदौर (Indore) के लोग तीन दिन में 16 करोड़ की देसी-विदेशी शराब (country-foreign liquor) गटक गए। आबकारी विभाग (Excise Department) के रिकार्ड के मुताबिक जश्न मनाने के लिए इंदौर जिले (Indore District) की कुल 175 देसी और विदेशी दुकानों पर रात तक पियक्कड़ों की लाइन लगी रही।
शहरी क्षेत्र के बंगाली चौराहा (Bengali Square), एमआर 9 (MR 9), लसूडिय़ा क्षेत्र (Lasudia area), महू नाका (Mhow Naka), विजय नगर (Vijay Nagar), मूसाखेड़ी (Musakhedi), राजीव गांधी चौराहा (Rajiv Gandhi Square), राजेंद्र नगर (Rajendra Nagar) सहित अन्य शराब दुकानों पर तो इतनी ज्यादा भीड़ जुट गई कि ट्रैफिक भी अवरुद्ध हो गया। सहायक आयुक्त आबकारी राजनारायण सोनी के मुताबिक इंदौर के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र महू, देपालपुर, सांवेर और हातोद में विदेशी 69 और देसी 106 दुकानें हैं। इन दुकानों पर थर्टी फस्र्ट से लेकर कल देर रात तक पियक्कड़ों की भीड़ जुटी रही। कुल तीन दिन में ही लगभग 16 करोड़ रुपए की देसी और विदेशी शराब बिक गई है।
नहीं हुआ कोरोना गाइड लाइन का पालन
थर्टी फस्र्ट और नए साल के पहले दिन और दूसरे दिन आबकारी विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक अपने-अपने क्षेत्र में देसी, विदेशी शराब दुकानों पर कोरोना गाइड लाइन का पालन करवाने के लिए प्रयास किए, लेकिन भीड़ ज्यादा होने के कारण सफलता नहीं मिल पाई। शराब ठेकेदार (liquor contractor) भी केवल नियम का बोर्ड चस्पा कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली है। लगभग सभी दुकानों पर नियमों की अवहेलना की जा रही है।
सख्ती जरूरी… वरना बिगड़ सकती है स्थिति
अभी भी समय है। अगर आबकारी विभाग के साथ-साथ ठेकेदार गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए गंभीर नहीं हुए तो भीड़ बढऩे से मामला बिगडऩे में देर नहीं लगेगी। शराब दुकानों पर मास्क अनिवार्य करने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करवाने के लिए भी प्रयास किए जाएं, ताकि लोग दूरी बनाकर खरीदी कर सकें।
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