इन्दौर। भागीरथपुरा क्षेत्र में गंदे पानी के कारण टाइफाइड और पीलिया के मरीज बढ़ रहे थे, जिसके बाद पीने के पानी की जांच की गई और लाइन की खुदाई करवाई गई तो मालूम पड़ा कि पानी की पाइप लाइन के ऊपर ही ड्रेनेज की लाइन बिछा दी गई थी, जिसके कारण गंदा पानी सप्लाई हो रहा था। इसके बाद कुछ गलियों में जहां ज्यादा समस्या थीं वहां गड्ढे खुदवाकर लाइन को ठीक किया गया है। अब यहां 1 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में नई नर्मदा लाइन बिछाने की स्वीकृति भी दे दी गई है। गंदे पानी की समस्या को लेकर शहर के कई इलाके परेशान हैं। कई जगह तो नर्मदा की लाइनें इतनी पुरानी हो गई हंै कि उसमें जमीन का पानी आ जाता है और गंदा पानी ही सप्लाय किया जाता है।
पिछले कुछ दिनों से भागीरथपुरा क्षेत्र में गंदे पानी की शिकायत मिल रही थी, जिसके कारण बच्चे में टाइफाइड और पीलिया जैसी बीमारियां घर कर रही थीं। इसकी शिकायत लोगों ने पार्षद कमल वाघेला से की तो उन्होंने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि पानी गंदा क्यों आ रहा है। इसके बाद जब कई जगह गड्ढे खोदे गए तो मालूम पड़ा कि नर्मदा की पाइप लाइन के ऊपर ड्रेनेज लाइन डाल दी गई है, जिसके कारण गंदा पानी मिक्स हो रहा है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी अधिकाािरयों के साथ दो दिन पहले इस क्षेत्र का दौरा किया और यह समस्या देखी। इस पर तय हुआ कि करीब 1200 मीटर की नर्मदा लाइन नई डाली जाएगी, जिससे पूरी तरह से समस्या खत्म हो जाए। हालांकि इसके पहले कुछ स्थानों से गंदा पानी निकालने की कोशिश भी की गई, जिसके कारण अब मरीजों की संख्या में कमी आने लगी है।
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