स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा नर्सिंग कालेज में स्टूडेंट्स को दिया प्रशिक्षण
इंदौर। वैसे तो 2011 के बाद देश में पल्स पोलिया (pulse polio) का कोई नया केस नहीं आया है, लेकिन डब्ल्यूएचओ (WHO) ने पोलिया का नया वायरस (new polio virus) आने और बच्चों पर इसका खतरा होने की संभावना जताई है। इसलिए भारत सरकार (Indian government) ने 18 सितंबर को पल्स पोलियों का विशेष अभियान रखा है।
देश में वैसे जनवरी-फरवरी में ही पल्स पोलियो अभियान (pulse polio campaign) चलाया जाता है, लेकिन नए वायरस के कारण यह विशेष अतिरिक्त बच्चों को पोलियो की दवाई पिलाने का अभियान रखा गया है। इसके लिए इंदौर जिले में भी तैयारियां शुरू हो गई हैं। अतिरिक्त पल्स पोलियों अभियान 18 सितंबर को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अभियान के पूर्व नर्सिंग कॉलेजों में जाकर नर्सिंग के छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया गया। टीम में डॉक्टर रितेश पाटीदार, खुशबू वर्मा राष्ट्रीय कार्यक्रम सहायक वीपी चौधरी व नर्सिंग ऑफिसर रीना चौहान द्वारा लगातार नर्सिंग कॉलेजों में छात्र-छात्राओं को ट्रेनिंग दी जा रही है। जिले में लगभग 6 लाख 0 से 5 साल तक के बच्चों को पोलियों की दवाई पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यहां पर प्राइवेट स्कूलों की गाडिय़ां कर टीमें रवाना करने की तैयारी है।
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