नई दिल्ली । वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को संसद में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए बजट पेश करेंगी. हर किसी की निगाहें कोरोना के साये में पेश हो रहे इस बजट (Budget) पर टिकी हैं. लोगों को रेल बजट (Rail Budget) को लेकर भी खासा इंतजार रहता है. साल 2017 से पहले रेल बजट अलग से पेश होता था, लेकिन मोदी सरकार ने बदलाव करते हुए साल 2017 में आम बजट में रेल बजट का विलय कर दिया.
दरअसल, मोदी सरकार ने देश को बुलेट ट्रेन का सपना दिखाया है. मोदी सरकार का पहला रेल बजट पेश करते हुए साल 2014 में सदानंद गौड़ा ने बुलेट ट्रेन (Bullet Train) का ऐलान किया था. उस समय सरकार ने साल 2023 में बुलेट ट्रेन पटरी पर दौड़ाने का एक लक्ष्य रखा था. लेकिन अब यह लक्ष्य फिलहाल संभव नहीं लग रहा है.
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर तेजी से काम
बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी, और इसकी अधिकतम गति 350 किलीमीटर प्रति घंटे होगी. जापान के सहयोग से भारत सरकार मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (बुलेट ट्रेन) प्रोजेक्ट पर तेजी से काम रही है. मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन Mumbai-Ahmedabad Bullet Train) की रफ्तार 320 किलोमीटर प्रति घंटे होगी.
मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन के लिए अलग से हाई स्पीड ट्रैक बिछाया जा रहा है. ये ट्रेन समुद्र के अंदर से भी गुजरेगी. बुलेट ट्रेन इस रूट पर कुल 508 किलोमीटर की दूरी औसत 2 घंटे में पूरी करेगी.
2026 में पटरी पर दौड़ाने का प्लान
पिछले दिनों केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि देश की हाई स्पीड बुलेट ट्रेन को लेकर मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर परियोजना कॉरिडोर पर काम तेजी से हो रहा है. उन्होंने कहा साल 2026 से बुलेट ट्रेन पटरी पर दौड़ने लगेगी.
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) के मुताबिक साल 2026 में सबसे पहले सूरत से बिलिमोरा के बीच बने सेक्शन पर बुलेट ट्रेन का ट्रायल शुरू किया जाएगा. यह सेक्शन 63 किलोमीटर का है. इस प्रोजेक्ट के तहत सबसे तेजी से काम सूरत-नवसारी-वापी के बीच किया जा रहा है.
दिल्ली-अहमदाबाद के बीच भी बुलेट ट्रेन
दिल्ली-अहमदाबाद के बीच भी बुलेट ट्रेन चलाने की योजना है. बुलेट ट्रेन से दिल्ली से अहमदाबाद का सफर सिर्फ 4 घंटे में पूरा होगा. अभी दिल्ली से अहमदाबाद जाने में करीब 14 घंटे लगते हैं. दिल्ली-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना का कुल ट्रैक 875 किलोमीटर लंबा होगा. इस ट्रैक का 75 फीसदी हिस्सा यानी 657 किलोमीटर लंबा ट्रैक राजस्थान में बनेगा. बुलेट ट्रेन का ट्रैक पांच नदियों के ऊपर से भी गुजरेगा. इसके अलावा भी कई रूटों में बुलेट ट्रेनें चलाने का प्लान है.
इन रूटों पर चल रहा है बुलेट ट्रेन योजना का सर्वे-
1. वाराणसी-हावड़ा (करीब 760 किलोमीटर)
2. मुंबई-नागपुर (करीब 753 किलोमीटर)
3. दिल्ली-अहमदाबाद (करीब 875 किलोमीटर)
4. चैन्नई-मैसूर (करीब 435 किलोमीटर)
5. दिल्ली-अमृतसर (करीब 459 किलोमीटर)
6. मुंबई-हैदराबाद (करीब 711 किलोमीटर)
इन सभी रूटों के सर्वे का काम चल रहा है. सर्वे पूरा होते ही नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड दिसंबर 2023 तक चरणबद्ध तरीके से इन सभी रूटों के डीपीआर भी रेल मंत्रालय को सौंप देगी.
मौजूदा समय की बात करें तो देश में कई ट्रेनें (India top speed train) हैं, जो 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अधिक तेजी से दौड़ती हैं. मेड इन इंडिया वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (Vande Bharat Express) की अधिकतम गति 180 किलोमीटर प्रति घंटा है.
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