नयी दिल्ली । अपोलो टायर्स ने अमेरिका और कनाडा के बाजारों में ट्रक और बस टायर खंड में अपने प्रवेश की घोषणा की है। कंपनी ने एक बयान में कहा, वाणिज्यिक वाहन रेंज को अपोलो ब्रांड के तहत पेश किया गया है, हालांकि पीवी (यात्री वाहन) रेंज को प्रीमियम यूरोपीय ब्रांड, व्रेडेस्टीन के तहत पिछले सितंबर में बाजार में पेश किया गया था।
बतादें कि उत्तर अमेरिकी रेंज के ट्रक और बस टायर का उत्पादन भारत के चेन्नई और हंगरी स्थित विनिर्माण इकाइयों में किया जाएगा।अपोलो टायर्स के सहायक उपाध्यक्ष (अमेरिका) अभिषेक बिष्ट ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर वाणिज्यिक वाहन टायर विनिर्माण और वितरण के दशकों के अनुभव के बाद उत्तरी अमेरिकी बाजार में प्रवेश किया है। हम बाजार में अधिक आकर्षक कीमत और उद्योग में सेवा तथा समर्थन के नए मानक स्थापित करते हए तुरंत अपनी छाप छोड़ेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा ध्यान, अपने डीलरों को अपने वाणिज्यिक ग्राहक को सर्वश्रेष्ठ मूल्य, सेवा और समर्थन देकर सशक्त बनाने पर है। गौरतलब है कि अपोलो टायर्स लिमिटेड दुनिया की 7 वीं सबसे बड़ी टायर निर्माता कंपनी है। इसे 1972 में निगमित किया गया था। इसका पहला संयंत्र पेरम्बरा, त्रिशूर, केरल, भारत में चालू किया गया था। कंपनी की अब भारत में चार , नीदरलैंड में एक और हंगरी में एक विनिर्माण इकाइयाँ हैं। इसका भारत में लगभग 5,000 डीलरशिप का नेटवर्क है, जिनमें से 2,500 से अधिक विशेष दुकानें (exclusive outlets) हैं। बतादें कि 1972 में स्थापित इसका भारत में मुख्यालय Haryana के Gurgaon में है। यह BSE में 500877 पर लिस्टेड है। इसके Chairman and MD ओंकार सिंह कंवर और Vice Chairman & MD नीरज कंवर है।
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