भोपाल। आज से मध्यप्रदेश में शराब के दाम 20 प्रतिशत कम हो जाएंगे। नई आबकारी नीति के तहत प्रदेश में जहां शराब के दाम कम किए गए हैं। वहीं दूसरी और शराब ठेकेदारों के मुनाफे में भी दस फीसदी की कटौती की गई है। इसके चलते जब मार्च माह के आखिरी हफ्ते तक ठेकेदारों ने दुकानें आवंटित कराने में रुचि नहीं दिखाई, तो मजबूरी में सरकार को 15 फीसदी आरक्षित मूल्य कम करना पड़ा। शराब दुकानों के ठेके नहीं होने के पीछे पॉलिसी की परेशानी भी सामने आ रही है। सरकार की नई आबकारी नीति में जहां घर पर बार खोलने और शराब रखने की सीमा बढ़ाई, वहीं देशी शराब की दुकानों पर विदेशी शराब बेचने की अनुमति भी दी गई है।
ठेकेदारों का मुनाफा हुआ कम
आज से अधिकांश दुकानें नए शराब ठेकेदारों के हाथ में चली जाएंगी। पिछली बार इंदौर में दो ग्रुप का शराब ठेकों पर आधिपत्य था और उनके हिसाब से ही शराब बेची जा रही थी। लेकिन इस बार फिर ग्रुप में शराब दुकानों की नीलामी हुई है और हर ग्रुप की दुकान छोटे से बड़े ठेकेदारों के हाथों में चली गई है। इससे आने वाले समय में शराब दुकानों में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। आबकारी नीति में शराब के दामों में 20 प्रतिशत की कमी का असर 1 अप्रैल से ही नजर आने लगेगा और शराब सस्ती हो जाएगी। नई नीति में सरकार ने शराब ठेकेदारों का मार्जिन कम कर दिया है। पहले शराब ठेकेदारों को 30 प्रतिशत फायदा होता था, लेकिन उसे 10 प्रतिशत कम कर दिया गया है।
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