इंदौर। पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में अब नए उद्योगों के लिए औद्योगिक की जमीनें लगभग पूरी तरह से खत्म हो गई है । एमपीआईडीसी यानी औद्योगिक विकास निगम इंदौर के अधिकारियों के मुताबिक नए उद्योग लगाने के लिए उद्योगपतियों को अब नए औद्योगिक क्षेत्र के विकास होने तक इंतज़ार करना पड़ेगा। नगर निकायों के चुनाव के चलते लगी आचार संहिता खत्म होने के बाद देपालपुर में पीथमपुर सेवन, देवास, उज्जैन व रतलाम में नए इंडस्ट्रियल एरिया बनाने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जाएगा।
औद्योगिक विकास निगम इंदौर के आधीन पीथमपुर में सेक्टर वन से लेकर सेक्टर 2 व 3 के अलावा पीथमपुर चार, पांच, छ: सहित विजेपुर, एसईझेड यानी स्पेशल इकोनामिकल झोन, स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क, कन्फेक्शनरी क्लस्टर, उज्जैनी में सभी औद्योगिक भूखंड बिक चुके है। यहां तक कि कई भूखंड जो सालों से इसलिए नहीं बिक रहे थे, क्योंकि वह समतल जमीन पर न होकर उबड़-खाबड़ जमीन या गड्ढे में थे, वो भूखंड तक बिक चुके हैं। औद्योगिक विकास निगम पिछले 6 महीने से नए निवेश क्षेत्र बनाने की योजना पर काम कर रहा है।
देपालपुर क्षेत्र में लगभग 1250 हेक्टेयर जमीन पर पीथमपुर सेवन, जिसमें से 750 हेक्टेयर पर विकास कार्य शुरू होने वाले हैं, इसके अलावा देवास में 6600 हेक्टेयर के नए औद्योगिक क्षेत्र बनाने के लिए जमीनें चिन्हित कर ली गई हैं। ग्रामीणों से जमीन अधिग्रहण का काम अगस्त माह के बाद शुरू होने वाला है। इसके अलावा रतलाम में 1466 हेक्टेयर जमीन, उज्जैन में लगभग 3500 हेक्टेयर जमीन पर नए औद्योगिक यानी नए निवेश क्षेत्र बनाए जाना है। औद्योगिक विकास निगम के अधिकारियों की पहली प्राथमिकता पीथमपुर सेवन इंडस्ट्रियल एरिया है। इसलिए सबसे ज्यादा फोकस इसी पर है। इसके अलावा बाकी नए निवेश क्षेत्र सम्बन्धित कार्य अगली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट तक धरातल पर लाना है। इसके अलावा एयरपोर्ट के पास इकानामिकल कॉरिडोर के दोनों तरफ औद्योगिक क्षेत्र का विकास भी शामिल है।
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