भोपाल। सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के युवा रोजगार मांगने वाले न बनकर रोजगार देने वाले बनें, इसी दिशा में काम हो रहा है। इसके लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग आगे आया है। नए उद्योग खोलने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी माह छोटे और मझोले किस्म के एक हजार उद्योग शुरू होने की संभावना है। वहीं प्रयास है कि तीन लाख लोगों को रोजगार दिया जाए। इसके लिए 12 जनवरी युवा दिवस पर कार्यक्रम कर युवाओं को ऋण स्वीकृत प्रमाण पत्र दिए जाने की तैयारी है। इनकी संख्या तीन लाख है। यानी ये तीन लाख युवा अपना रोजगार शुरू कर आत्मनिर्भर बनेंगे।
कोरोनाकाल में 1891 इकाइयां हुई थी शुरू
इसके पहले कोरोनाकाल में अप्रेल 2021 में 1891 एमएसएमई इकाइयों का वचुअली शुभारंभ हो चुका है। इसके जरिए 50 हजार से ज्यादा को रोजगार मिलने का दावा किया जा रहा है।
एमएसएमई में सर्वाधिक रोजगार
आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो एमएसएमई उद्योग में सबसे अधिक रोजगार लोगों को मिला है। पांच साल पहले वर्ष 2015-16 में 48 हजार 179 एमएसएमई रजिस्टर्ड हुए थे। उसी वर्ष इस सेक्टर से एक लाख 94 हजार 761 लोगों को रोजगार मिला। वर्ष 2019-20 में इससे रोजगार पाने वालों की संख्या बढ़कर 9 लाख 93 हजार 876 हो गई। पंजीकृत एमएसएमई उद्योगों की संख्या भी बढ़कर 2 लाख 88 हजार 479 हुई।
सभी जिलों में रोजगार मेला 12 जनवरी को
आगामी 12 जनवरी को रोजगार दिवस पर प्रदेश के सभी जिलों में लगने वाले रोजगार मेलों में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर अधिकतम 100 हितग्राहियों को ही आमंत्रित किया जाएगा। रोजगार मेला का मुख्य कार्यक्रम भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे हाल (मिंटो हाल) में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में होगा। समारोह का इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सीधा प्रसारण भी किया जाएगा। सचिव एमएसएमई और आयुक्त उद्योग पी. नरहरि ने सभी जिलों के कलेक्टर्स से कहा है कि कोविड के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत राज्य तथा केंद्र सरकार की कोविड गाइडलाइन का पालन रोजगार मेले में किया जाए। उन्होंने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि रोजगार मेलों में किसी भी जिले में 100 से अधिक लाभार्थी न बुलाए जाएँ। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय मुख्य समारोह के सीधे प्रसारण की भी कार्यक्रम में सुसंगत व्यवस्था करें।
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