इंदौर। भारत सरकार ने हज यात्रा को लेकर नई पॉलिसी जारी कर दी है। हालांकि इस बार की पॉलिसी में नया कुछ नहीं है। इंदौर और भोपाल से भी एम्बारकेशन पाइंट रखे गए हैं, जहां से जाने के लिए हज यात्री आवेदन पत्र में विकल्प ले सकते हैं।
कुल 25 एम्बारकेशन पाइंट रखे गए हैं। हालांकि इंदौर और भोपाल से जाना यात्रियों के लिए महंगा साबित होता है, इसलिए अधिकांश यात्री मुंबई से ही हज जाने के लिए फ्लाइट का ऑप्शन चुनते हैं। इस साल भी हज पर जाने वालों ने मुंबई का ही ऑप्शन चुना था और गए भी वहीं से। हालांकि नई पॉलिसी में किसी प्रकार की रियायत की घोषणा नहीं की गई है।
पुराने नियमों को ही माध्यम बनाकर तय कर दिया गया है। इसके बाद सेन्ट्रल हज कमेटी द्वारा स्टेट हज कमेटी को पत्र लिखकर हज की तैयाािरयों के संबंध में जानकारी ली जाएगी और तारीखों की घोषणा की जाना है। हज कमेटी के पूर्व अध्यक्ष फारूक राइन ने बताया कि अगले साल हज पर जाने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी, इसलिए कोटा भी ज्यादा मिलने की उम्मीद हैं। अगर सरकार उनका कोटा बढ़ा दें तो जितने लोग वेटिंग लिस्ट में हज यात्रा का फार्म भरकर बैठे हैं, उन्हें लाभ मिलेगा।
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