मुंबई (Mumbai)। आज जिस किसी के पास भी स्मार्टफोन (smart fone) हैं उनके पास गूगल का अकाउंट है। एक गूगल अकाउंट का इस्तेमाल जीमेल से लेकर ड्राइव, प्ले-स्टोर और अन्य जगहों पर हो रहा है। आप भी गूगल और जीमेल का इस्तेमाल अधिकतर लोग करते हैं, लेकिन गूगल ड्राइव और गूगल डॉक्स के इस्तेमाल के बारे में बहुत ही कम लोगोंं को जानकारी है। आज हम आपको गूगल डॉक्स के कुछ कमाल के फीचर्स के बारे में बताएंगे जिन्हें जानने के बाद आपके बहुत सारे काम आसान हो जाएंगे।
क्लियर फॉरमेंटिंग
कई बार हम किसी दूसरी साइट से कंटेंट कॉपी करते हैं और गूगल डॉक्स में पेस्ट करते हैं। ऐसे में उस वेबसाइट के फॉरमेटिंग में ही डॉक्स में भी कंटेंट पेस्ट होता है। ऐसे में आपको कंटेंट को एडिट करने में दिक्कत हो सकती है। तो पूरे कंटेंट को सेलेक्ट करके मीनू बार में फॉरमेट में जाकर क्लियर फॉरमेटिंग कर दें या फिर डॉक्स के टॉप पर राइट साइट में दिख रहे Tx पर क्लिक करें।
आप चाहें तो किसी भी डॉक्यूमेंट में मनचाहे आकार की फोटो टेक्स्ट के साथ लगा सकते हैं। इसके लिए डॉक्स के मीनू बार से Insert> Drowing>Shape में जाएं। सेप सेलेक्ट करने के बाद T (Text Box) पर क्लिक करें और जो टेक्स्ट चाहें फोटो में लिखें। जरूरी नहीं कि डॉक्स में ही फोटो डाले, आप चाहें तो उसे डाउनलोड भी कर सकते हैं।
कमेंट में किसी को टैग करें
माइक्रोसॉफ्ट वर्ड की तरह आपको गूगल डॉक्स में भी टाइपिंग और लेटर टाइप का काम कर सकते हैं। यदि आप किसी डॉक्स को एडिट कर रहे हैं और उसमें कोई गलती है या फिर कोई सुझाव लेना चाहते हैं या सुझाव देना चाहते हैं तो उस सेंटेंस को सेलेक्ट करके जिससे सुझाव लेना/दिखाना चाहते हैं उसे टैग कर सकते हैं। आप जिसे टैग करेंगे उसे एक ई-मेल जाएगा और आपने कमेंट में जो लिखा है वह भी दिखेगा।
ऑफलाइन मोड
ऐसा जरूरी नहीं है कि गूगल डॉक्स में काम करने के लिए आपको ऑनलाइन ही होना पड़ेगा। आप ऑफलाइन भी गूगल डॉक्स में काम कर सकते हैं। गूगल ड्राइव की सेटिंग में जाकर आप ऑफलाइन मोड को ऑन कर सकते हैं। गूगल डॉक्स का सबसे बड़ा फायदा होता है कि आपको कंटेंट को बार-बार सेव करने की जरूरत नहीं है। डॉक्स में कंटेंट ऑटो सेव होता है।
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