इंदौर। कांग्रेस सरकार (Congress Government) में मंत्री रहीं सुलोचना रावत (Sulochana Rawat) के भाजपा में जाने के बाद अब जोबट विधानसभा (Jobat Assembly) में भाजपा के नए समीकरण बन गए हैं। यहां से पहले माधवसिंह डावर (Madhav Singh Dawar) और अनिता चौहान प्रबल दावेदार थे। कयास लगाए जा रहे हैं कि सुलोचना या उनके पुत्र को टिकट देने का वादा कर भाजपा में लाया गया है। नए समीकरण बनने के बाद अब जोबट भाजपा में अंदर ही अंदर असंतोष पनप रहा है, जिसको कंट्रोल करने की तैयारी भी भाजपा ने कर ली है।
कल उपचुनाव (By-Elections) को लेकर जो राजनीतिक घटनाक्रम घटा, उसकी आहट भी भाजपा नेताओं ने नहीं होने दी। पिछले चार दिनों से संभाग में सहसंगठन मंत्री हितानंद डेरा डाले हुए थे। माना जा रहा था कि वे चुनावी तैयारियों को परखने आए हैं, लेकिन जिस तरह से जोबट (Jobat) में पूर्व मंत्री सुलोचना रावत (Sulochana Rawat) ने अपने पुत्र विशाल के साथ भाजपा (BJP) का दामन थाम लिया, उसने बता दिया कि इस बार जोबट विधानसभा को भाजपा हलके में नहीं लेगी। सुलोचना रावत तीन बार की विधायक हैं और दिग्विजयसिंह (Digvijay SIngh) की सरकार में मंत्री भी रही हैं। अभी तक न तो भाजपा और न ही सुलोचना रावत ने स्पष्ट किया है कि वे किस शर्त पर भाजपा के साथ आई हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा उन्हें उम्मीदवार घोषित कर सकती है या फिर उनके पुत्र के नाम पर फैसला हो सकता है। नए समीकरण बनने के बाद अब भाजपा खेमे में भी अंदर ही अंदर खींचतान मच रही है। भाजपा से पांच दावेदार थे, जिसमें माधवसिंह डावर और नागरसिंह चौहान सहित उनकी पत्नी अनिता चौहान का नाम प्रमुख रूप से सामने आया था। इसके अलावा मुकामसिंह डावर भी दौड़ में हैं। अब इन दावेदारों को मनाना पार्टी के लिए चुनौती साबित हो सकता है। हालांकि भाजपा की ओर से डेमेज कंट्रोल की तैयारी भी की गई है। आज प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव सहित संगठन के बड़े नेता जोबट दौरे पर हैं। वे दावेदारों से मिलकर चर्चा भी कर सकते हैं।
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